Gay Sex Story

रंडीखाने में मिले छक्के की गांड मारी – Gay Sex Story

Gay Sex Story : नमस्कार दोस्तों आज की कहानी एक छक्के के चुदाई की कहानी है |दीपक ने बटवे को फिर से एक बार टटोला की कहीं से एकाद नोट और निकल जाएलेकिन शायद किस्मत ही फूटी हुई थी उसकी आज|

लंड मोबाइल पर पोर्न देख के ऐसा तना था की कहने ही क्या| रंडियां लाइन लगाए हुए खड़ी थीलेकिन ६० रूपये में तो इनमे से कोई दीपक को चूत देखने भी नहीं देगी वो ये बात समझता था|

मन ही मन उसने सोचा की लंड को हाथ का सवाद दे दूंगा और ये पैसे का देसी थर्रा ले लूँगा| पर लंड हाथ से मानेगा नहीं ये भी तो बात थी| सहमी हुई निगाहों से वो रंडी बाजार से ऐसे वापस निकला जैसे किसी का सब कुछ लुट गया हो|

मन ही मन सोचा की साला मुझे होटल में खाने से पहले बटवा देख लेना था| हाय रे बेबसीजो लंड के कारण थी!अरे चिकने चलता क्या?”एक पल के लिए दीपक को लगा की मुझे बुलायाफिर उसने सोचा की बढ़ी हुई दाढ़ी हैं |

कपडे भी गंदे हैंकिसी और को ही आवाज दी होगी इस रंडी ने|अरे सुनता नहीं क्या हैं तू?”अब वो पलटाआवाज उसे ही मिली थीलेकिन ये क्या?इसको तो पहले कभी नहीं देखा था दीपक ने|

रंडीखाने में मिले छक्के की गांड मारी - Gay Sex Story

सांवली चमड़ी लेकिन चमक वालीरेशमी ब्लाउज और ऊपर मेचिंग चुन्नी| बॉल्स का उभार था तो लेकिन बाकी की रंडियों से कितना ही कम|अरे बेटीचोद ये तो छक्का हैं!दीपक के दिमाग की ट्यूबलाईट अब चली|

नहीं मेरे को नहीं बैठना हैं|दीपक घूम के वापस चलने लगा!छक्के ने ताली बजा के बोलाफटीचर हरामीमेरे को लगा मदद कर दूँचार बार बटवे को टटोलाजा मादरचोद हाथ से ही हिला लेना!”

दीपक को गुस्सा आने ही वाला था की उसकी नजर छक्के की गांड पर पड़ीकोई बुरी नहीं थी वो भी|उसने होंठो पर जबान फेर के कहाकितना लोगी?… लोगे!”जो मर्जी करे दे देना|”मेरे पास पचास ही हैं”

छक्के के मस्तक पर बल पड़ेचलेगाहम दोनों को चाहिए तो!”दीपक बोलाजगह हैं?छक्कापूरा रेलवे ट्रेक अपने बाप का ही तो हैं| अभी कोरोना की वजह से कोई ट्रेन नहीं चलता हैं वैसे भी|दीपक अरे कोई देख लेगा उधर तो|

छक्के ने एक ताली फिर से बजाई और बोलासाले पचास रूपये में कोई आलिशान रिसोर्ट में लेगा क्या?दीपक हंस दिया|छक्का आगे आगे और वो पीछे पीछे चल दिया| लेकिन अहतियात ये भी रखा की कोई रंडी|

उसे देख न लेछक्को की गांड लेने वालों को रंडियां तुच्छ गिनती हैं वो ये जानता थाऔर दिहाड़ी ज्यादा मिले तो फिर इन गलियों में खड़ा लंड ले के आना भी था|ट्रेक के आगे एक झाडी के सामने छक्का रुका|

दीपक ने उसे देखा तो छक्के ने झाडी में इशारा किया| दीपक ने बोलातुम चलो आगे!छक्के ने निचे झुक के झाडी में घुस के दीपक को भी अंदर लिया|किसी सज्जन ने जगह साफ़ की थीऐसे के जमीन पर लेटा जा सकता था|

दीपक ने पेंट की क्लिप खोल के चड्डी से लंड बहार निकाला| और छक्के की तरफ देख के बोलाबूब्स दबाने दो ना!छक्काअरे मेरे बूब्स नहीं हैंअंदर कपडे का शेप बनाया हैं!दीपक अरे मूवी में तो दिखाते हैं तुम लोगों के होते हैं|

छक्का खिजला गया और बोलावहां तो हाथी के लंड से चुदती हुई लडकियां भी दिखाते हैं!फिर थोडा स्वस्थ हो के बोलाहम लोगों में सब का अलग अलग होता हैंकिसी के होते हैं किसी के नहीं भी होते हैं|

दीपक ने लंड को तनतना दिया| चक्के ने अपनी पर्स से एक सरकारी कोटा का कंडोम निकाला और उसे दीपक के लंड पर लगा दिया|दीपक की पेंट देख केवो बोलाइसे उतार दोसीमेंट बालू वाला हैं|

दीपक अरे मैं दिहाड़ी आदमी हूँसीमेंट बालू से ही खेलता हूँ|लेकिन दीपक ने पेंट निकाल दीचड्डी भी|छक्के ने उसके लंड को हाथ में पकड़ा और ऐसे हिलाया जैसे की उसका दूध निकालना हो|

दीपक धीरे धीरे उत्तेजना के नशे में सवार हो रहा था|छक्के ने बिना दीपक के कहें अब उसके लंड को मुहं में ले लिया|गप गप गप के साउंड के साथ क्या लंड चूसा इस शिमेल ने! दीपक उत्तेजना के चरम पर एक मिनिट में ही आ गया|

छक्का अब लंड को हाथ से मरोड़ के निचे के बॉल्स को चाटने लगा| उसने दीपक की गांड को दोनों हाथ से पकड के पुरे बॉल्स मुहं में ले लिया और ऐसा करने से लंड से कुछ बुँदे निकल भी गई कंडोम में|

बड़ा लॉलीपॉप चूस चूस कर गांड मरवाई – Gay Sex Story

रंडीखाने में मिले छक्के की गांड मारी - Gay Sex Story

दीपक 12 साल से रंडीबाजी में था लेकिन किसी ने ऐसे नहीं मुहं में लिया था उसका|छक्के के हाथ अब दीपक की जांघ को सहलाने लगे| दीपक उईइ अह्ह्ह्हह अह्ह्ह करने लगा था|

दीपक ने छक्के के माथे को पकड़ा तो देखा की बाल भी नकली थी विग के|वो मन ही मन हंस भी दिया ये देख के| लेकिन एक बात थी की लंड चूसने में कोई कमी नहीं आई थी इस छक्के के|

कुछ ही देर में दीपक का पानी अनकरीब निकलने को था तो उसने पीछे खिसक के बोलाचलो घोड़ी बनो डार्लिंग|छक्के ने अपने हाथ से कुछ थूंक निकाल के गांड पर मसल दिया और बोलाधीरे धीरे से करना ये चूत नहीं हैंगांड हैं और इसमें दर्द होता हैं|

फिर छक्का कुतिया के जैसे चारों हाथ पाँव फैला के लेट गयागांड वाला हिस्सा ऊपर की और कर के थोडा|दीपक ने और भी थूंक निकाला और लंड पर मसला| कंडोम भी पूरा थूंक से सन चूका था|

दीपक ने छेद मिला के एक ही शॉट में आधा लंड गांड में घुसेड दिया|उईइ माँ मर गई! क्या रे इतनी जल्दी कर नको!छक्के को अपनी माँ याद आ गई दीपक के लौड़े के धक्के से|

दीपक के हाथ छक्के की छाती पर चले गएबूब्स नहीं थे लेकिन सोचने में क्या हरज थी|कुछ देर आधा लंड ऐसे ही रखा और फिर एक धक्के में पुरे लंड को गांड की गुफा दिखा दी दीपक ने|

छाती से हाथ हटा के अब इस रंडी छक्के की कमर पर रख दिये दीपक ने| और शॉट लेने लगा|छक्का भी पूरा सपोर्ट दे रहा था गांड को मटका के| पूरी रंडी को चोदने वाली फिलिंग आ रही थी इस छक्के की गांड लेने में भी|

अब दीपक साहसी हुआउसने लंड पूरा गांड से बहार निकाला और फिर तेजी से अंदर पेला| गर्म गर्म गांड में लंड के घुसने का अहसास उसे भी आनंदित कर रहा था| छक्का भी अब कोई ऐतराज़ नहीं कर रहा था तो दीपक ने कुछ धक्के ऐसे ही लगाए|

फिर गांड को दोनों हाथ से पकड़ी और तेज तेज चोदने लगा| छक्के की कमर भी एक्स्ट्रा मटकने लगी थी उसे भी गांड मरवाने में बहुत मजा आने लगा था|दीपक जानता था की अब उसका निकलने वाला हैं|

इसलिए उसने और भी जोर से गांड मारना चालू कर दिया|छक्काअह्ह्ह्ह अह्ह्ह ऊऊऊउ अह्ह्ह्हक्या निकलने वाला हैं?दीपक ,हाँ!छक्काअंदर मत निकालना!दीपक अरे तू थोड़ी न प्रेग्नेंट होगावैसे भी कंडोम हैं|

छक्काअरे नहीं मेरे को माल खाना हैं!दीपक तो ऐसे बोल न मेरी जान|दीपक ने लंड गांड से निकालाकंडोम को हटाया और छक्के के सामने पेश कर दिया|एक बार फिर से एक बढ़िया ब्लोव्जोब दिया छक्के ने दीपक को|

पार्क में मिला मुसलमानी मोटा लंड - Indian gay sex

बॉल्स लिक कियेडंडा हिला के सक किया| और फिर हाथ में लंड को पकड़ के मुठ मारी जोर जोर से| दीपक के लौड़े से तेज धार निकल पड़ीछक्के ने फटाक से मुहं में भर लिया सुपाडा ताकि एक भी बूंद और वेस्ट ना हो|

देखते ही देखते लंड से निकले हुए विटामीन और मिनरल से भरे हुए सिरप क सब सवाद ले लिया इस छक्के ने|दीपक का ढीला हो गया और उसकी साँसे अब धीमी हो गईनोर्मल एकदम|उसने चड्डी उठाई और पेंट पहनी|

बटवे से 60 रूपये निकाले और छक्के को पकड़ा के बोलाये लो 10 रूपये बोला उस से ज्यादा ही हैंकसम से मजा आ गया|छक्का अपने ब्लाउज में कपड़ो के बूब्स को सही करते हुए बोलामजा मैं ऐसे ही देती हूँ|

कोई दोस्त हो पैसेवाला तो बोलना ताकि मेरी भी गरीबी दूर हो|दीपक हमारी साईट पर बहुत सब हैं यूपी बिहार सेकभी तुझे पूरी नाईट के लिए ले के जाऊँगा दो तिन छुट्टियां साथ में हुई तोशराब पिला के तेरी गांड लेंगे हम सब!छक्का हंस के बोलाजरुर!

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