लॉकडाउन में मौसी के साथ चुदाई का मजा – Lockdown me Chudai
Lockdown me Chudai : दोस्तो, मेरा नाम संदीप है, मैं फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूँ|यह सेक्सी मौसी Xxx कहानी तब की है, जब लॉकडाउन शुरू ही हुआ था|उस समय मैं अपनी पढ़ाई के लिए अपनी मौसी के घर पर रहता था|
मेरी मौसी बहुत ही सेक्सी हैं|मेरे मौसा जी आउट ऑफ इंडिया थे|तब 24 मार्च 2020 को लॉकडाउन की घोषणा हो गई थी|लॉकडाउन की घोषणा होते ही मेरी मौसी चिंता में आ गईं कि मौसा जी वापिस इंडिया कैसे आएंगे|
मौसी ने मौसा जी से फोन पर बात की|मौसा जी ने कहा,वैसे तो लॉकडाउन जल्द ही खत्म हो जाएगा|लेकिन मैं अभी 2 महीने तक नहीं आ सकता हूँ|मेरा जो काम दस दिन में पूरा होना था| वह अब दो महीने में हो पाएगा|
मौसी ने कहा,तब तक मुझे अकेली ही रहना पड़ेगा क्या?मौसा जी कहा,क्यों संदीप चला गया क्या?मौसी ने कहा,नहीं, वह तो अभी यहीं है और अब तो लॉकडाउन लग गया है तो पता नहीं कब तक घर जा पाएगा|
मौसा जी ने कहा,मेरी उससे बात कराओ| मैं उसको यहीं रुकने के लिए कहे देता हूँ|मौसी ने मुझे आवाज दी और अपने करीब बुलाया|मौसा जी ने मुझे उनके घर में ही रख कर मौसी का ध्यान रखने की ज़िम्मेदारी दी|
मैंने भी कह दिया,हां ठीक है| मैं कहीं नहीं जा रहा हूँ| आप बेफिक्र रहें मौसा जी!मौसा जी से फोन पर बातचीत खत्म हुई और मैं बाहर को आ गया|उस वक्त तक मैं मौसी को मौसी की नज़र से ही देखता था|
लॉकडाउन में सेक्सी भांजी की जोरदार चुदाई – Lockdown me Chudai
अब लॉकडाउन हुए 4-5 दिन हो गए थे|घर से बाहर निकलने की भी दिक्कत हो रही थी|सुबह एक घंटा के लिए निकलने मिलता था, बाकी दिन घर में ही रहना पड़ता था|इस वजह से मैं और मौसी दोनों बोर हो गए थे|
मैंने मौसी से कहा,मौसी, मैं तो बोर हो रहा हूँ|मौसी जी भी बोलीं,हां संदीप , मैं भी बोर हो रही हूँ| अगर तुम्हारे मौसा जी यहाँ होते तो वो बहुत हंसी मजाक करते रहते|
हम दोनों ऐसे ही बातें कर रहे थे कि तभी मौसी जी ने मुझसे पूछा,संदीप , तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?मैंने कहा,नहीं मौसी, मेरी कहां से गर्ल फ्रेंड होगी!मौसी बोलीं,क्यों तेरी गर्ल फ्रेंड क्यों नहीं हो सकती है| तू झूठ बोल रहा है|
तू तो इतना हैंडसम है| मुझे सब पता है, तूने जरूर किसी लड़की को सैट कर रखा होगा|उनके मुँह से ‘लड़की को सैट कर रखा होगा|’ सुन कर मैं जरा कामुक सा हो गया|
मुझे उनके मुँह से ये सब सुनकर ऐसा लगने लगा कि मौसी को भी कुछ कुछ हो रहा है|मैंने उनकी चूचियों को देखते हुए कहा,सच में मौसी, मेरी कोई सैटिंग नहीं है|मौसी मेरी नजरों को ताड़ती हुई बोलीं,बना ले … अभी लाइफ के मज़े ले ले|
मैंने भी कह दिया,ठीक है मौसी, आप ही कोई बताओ आपके ध्यान में हो तो!वे बोलीं,तुझे कैसी चाहिए?मैंने कहा,कोई आपकी जैसी हो, तो सच में मैं उसे अपनी गर्लफ्रेंड बना लूँगा|मौसी ने कहा,अच्छा तुझे मेरी जैसी चाहिए!
मैंने कहा,हां|मौसी ने कहा,तो क्यों न मैं ही बन जाऊं तेरी गर्लफ्रेंड!मैंने कहा,इससे अच्छी बात क्या होगी मौसी!वे भी मुस्कुराने लगीं|उसी पल मैंने कुछ सोच कर मौसी से कहा,अगर मौसा जी को पता चल गया तो?
मौसी ने कहा,उनको नहीं पता चलेगा, वो तो दुबई में हैं| तू बस अपनी बता तुझे तो कोई दिक्कत नहीं है न!मैंने भी कह दिया,अरे मुझे किस बात की दिक्कत मौसी!उस वक्त शाम होने को थी|मुझे सिगरेट पीने की आदत थी तो मैं छत पर जाने लगा|
मौसी ने कहा,अब छत पर जाने की क्या जरूरत है| यहीं उड़ा ले ना धुआं!मैं हंस दिया|मौसी को मेरी सिगरेट पीने की आदत शायद पता थी|फिर वे बोलीं,चल आज महफ़िल जमाते हैं|
मैंने उनकी तरफ सवालिया नजरों से देखा|तो उन्होंने आंख दबा कर दारू पीने का इशारा किया|मैंने भी हंस कर हामी भर दी|मौसी दो गिलास और दारू की बोतल उठा लाईं|हम दोनों ने दो दो पैग हलक के नीचे उतारे तो सरूर चढ़ने लगा|
मैंने मौसी से कहा,अब आप मेरी गर्लफ्रेंड हो गई हैं तो क्या मैं आपको बेबी कह कर बुला सकता हूँ?मौसी ने भी कह दिया,ठीक है बाबू| तुम जो चाहे कह सकते हो|मैंने सिगरेट सुलगाई और धुआं उड़ाने लगा|मौसी ने भी नशे में हाथ बढ़ा दिया|
मैंने उनके हाथ में सिगरेट पकड़ा दी|उस दिन हम दोनों की महफ़िल खूब जमी|उसके बाद से मैं मौसी के पास चला जाया करता था और उनसे चिपकता रहता था|मौसी भी कुछ नहीं बोलती थीं|मैं कभी कभी मौसी के मम्मों को भी टच कर लेता था|
फिर भी मौसी कुछ नहीं बोलती थीं|बल्कि वे खुद ही मेरे सामने एकदम झीनी सी नाइटी पहन कर आ जाती थीं|देर रात तक मैं उनके कमरे में बैठ कर टीवी देखता रहता था|उस दिन मैं और मौसी एक हॉट सी फिल्म देख रहे थे|
मैं मौसी के बाजू में ही बैठा हुआ था|कुछ ज्यादा देर हो गई थी तो मैं उठ कर बाहर जाने लगा|मौसी ने नशीली आंखों से मुझे रोका और कहा,इधर ही सो जाओ ना!मैं समझ गया कि मामला गर्मी पकड़ रहा है|
उस दिन बातों बातों में मैंने कह दिया,बेबी, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो| मुझे आपके साथ एक रात गुजारनी है|इसके जवाब में मौसी कमरे से उठ कर किचन में चली गईं|मैं सकपका गया|
थोड़ी देर बाद मैं भी कमरे से बाहर चला गया और अपने कमरे में सो गया|उसके बाद दो दिन तक मेरी मौसी से नज़र मिलने की हिम्मत नहीं हुई थी|वे भी मेरे साथ बात नहीं कर रही थीं|
मैंने मौसी से सॉरी भी बोला पर वे कुछ नहीं कह रही थीं|वे बस मेरे लिए खाना आदि बनाकर रख देती थीं और मैं खुद से लेकर खा लेता था|दो दिन बाद मौसी ने मुझसे कहा,संदीप , मुझे तुमसे एक बात करनी है|मैं सहम गया|
मैंने धीमी आवाज में कहा,कहो मौसी क्या बात है?मौसी बोलीं,मुझे भी तुम्हारे साथ सेक्स करना है|ये सुन कर मेरे मन में लड्डू फूटने लग गए|मैंने मौसी से पूछा,पर आपने उस दिन तो कुछ नहीं बोला था, फिर आज कैसे?
मौसी ने कहा,मैं तुम्हें देखना चाहती थी अगर मैं तुम्हें इग्नोर करूँ तो तू क्या करता है|मैंने कहा,मतलब … क्या करता मैं?उन्होंने मुझसे इस संबंध में ढेर सारी बातें की जिससे ये साबित हुआ कि वे खुद भी मेरे साथ सेक्स करना चाहती थीं|
लेकिन मेरी परीक्षा ले रही थीं|मैंने कहा,तो बेबी आज रात को जश्न करें|मौसी ने अंगड़ाई लेते हुए कहा,हां ठीक है मेरी जान!फिर मैंने और मौसी ने महफ़िल जमाई|हम दोनों ने तीन तीन पैग हलक के नीचे उतारे और चौथा पैग बना कर रख दिया|
उसके बाद हल्का सा स्नेक्स खाकर हम दोनों मौसी के रूम में आ गए|मैं तो पहले से ही टी-शर्ट और बाक्सर में था|मौसी बाथरूम में जाकर टी-शर्ट और पजामा पहनने चली गईं|
जैसे ही मौसी बाथरूम से आईं … मैं उनको देखकर एकदम से माथा घूम गया|मेरा लंड तो भयंकर तरीके से खड़ा हो गया था|उनके आधे से ज्यादा दूध टी-शर्ट के बड़े गले से थिरकते हुए साफ दिख रहे थे और बड़ा ही कामुक नजारा पेश कर रहे थे|
मौसी मेरा खड़ा लंड देख कर हंसने लगीं|मैंने मौसी से कहा,आज तो आप पटाखा लग रही हो बेबी|उन्होंने हंस कर कहा,बस तुम पर फटने को रेडी हूँ|मैं ये सुनकर मौसी के पास आ गया और उनको अपनी बांहों में कस कर किस करने लगा|
मौसी भी मेरा साथ दे रही थीं|दो मिनट तक हम ऐसे ही किस करते रहे थे|फिर मैंने मौसी को गोद में उठा कर उन्हीं के बेड पर लेटा दिया|उन्होंने अपनी बांहें फैला दीं तो मैं उनके ऊपर ही चढ़ गया|
उस दिन पहली बार मैं किसी लड़की के ऊपर चढ़ा था|मैं मौसी के दूध देख रहा था और उनको टी-शर्ट के ऊपर से ही अपने हाथों से दबाने लगा|दूध दबाते ही मौसी आअहह करने लगीं|उनकी मादक आवाज़ सुनते ही मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए|
मैं उनके मम्मों को दबाता जा रहा था|मुझे उनके बूब्स दबाने में बड़ा मजा आ रहा था|मैं मौसी से बोला,बेबी, आपके बूब्स बड़े मस्त हैं!मौसी हंसने लगीं|जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने मौसी से कहा,अब आप बैठ जाओ|
वे बैठ गईं तो मैंने उनकी टी-शर्ट उतार दी|मौसी की छोटी सी पिंक कलर की ब्रा में उनकी चूचियां बड़ी कसी हुई दिख रही थीं|मैं मौसी के मम्मों ब्रा के ऊपर से दबाने लगा|
कुछ पल बाद मैंने मौसी की ब्रा का हुक भी खोल दिया और उसे उतार कर अलग कर दिया|अब मौसी के बूब्स आजाद हो गए थे|बड़े ही रस भरे दूध थे|
मैं मौसी को लेटा कर उनके बूब्स जोर जोर से दबाने लगा और मौसी ‘आआ आहह ऊहह …’जोर जोर से कराहने लगीं|मौसी ने कहा,सिर्फ दबाएगा या चूसेगा भी?मैं झट से उनके एक निप्पल को अपने होंठों में दबाया और खींच खींच कर चूसने लगा|
मुझे बहुत मजा आ रहा था|मौसी को भी मजा आ रहा था|फिर मैं मौसी की चूत को रगड़ने लगा|मौसी कहने लगीं,संदीप तूने तो अपने मौसा जी को भी पीछे छोड़ दिया|मैंने भी कह दिया,मौसी अभी रूको, पहले लंड लेकर देखो|
फिर बताना कि मैंने और किस किस चीज़ में मौसा जी को पीछे छोड़ा|अब मैंने मौसी को खड़ा कर दिया और उनके पजामा के ऊपर ही उनकी चूत को रगड़ने लगा|वे बोलीं,पजामा हटा दे ना!मैंने मौसी का पजामा खोल दिया|मौसी पैंटी में आ गईं|
फिर मैंने मौसी को लेटा दिया और उनकी पैंटी पर क़िस किया|पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत रगड़ने लगा|मौसी सिसकारने लगीं और कहने लगीं,संदीप , मुझे चोद दो|मैंने कहा,रूको मौसी, अभी तो खेल शुरू हुआ है|मैं मौसी को तड़फाता गया|
फिर मैंने मौसी की पैंटी उतार दी|मौसी की शेव्ड चूत मेरे सामने थी|मैं मौसी की चूत को क़िस कर रहा था|फिर मैंने उनकी चूत को अपनी जीभ से चाटना चालू किया और दोनों हाथों से उनके बूब्स दबाने लगा|
मौसी आआ अहह आआ अहह करने लगीं,आह अब तो चोद दे साले भड़वे … अब मत तड़पा कुत्ते|मैंने कहा,अभी रूको बेबी … अभी आपकी चुदने की कामना भी पूरी कर दूँगा|अब मैं अपनी उंगली मौसी की चूत में अन्दर-बाहर करने लगा|
मौसी बहुत जोर जोर से सिसकारने लगीं|उनको बहुत दर्द होने लगा था; उनकी आंखों में आंसू आ गए थे|कुछ देर बाद वे झड़ गई थीं तो मैंने उनकी चूत का सारा रस चाट लिया|अब मैंने उनकी चूत से अपनी जीभ निकाल दी और खड़ा हो गया|
वे भी मेरे तरफ वासना से देखती हुई खड़ी हो गईं|मौसी ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और वे मेरे सीने को चाटने लगीं|फिर मौसी मेरा पजामा देख कर मेरे खड़े लंड को देखकर हंसने लगीं और उन्होंने जल्दी से मेरा बाक्सर उतार दिया|
मैं चड्डी में रह गया|मौसी मेरी चड्डी पर किस करने लगीं ओर मेरी गोटियों को दबाने लगीं|मुझे बड़ा मजा आ रहा था|थोड़ी देर बाद मौसी ने मेरी चड्डी भी उतार दी|मेरा लंड आजाद होकर सीधा खड़ा हो गया|
मौसी ने मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे चूसने लगीं|मैं मौसी के बाल पकड़कर उनका मुँह चोदने लगा, लौड़े को मुँह के अन्दर बाहर करने लगा|मैं अब तक काफी उत्तेजित हो गया था तो मैंने मौसी के मुँह के अन्दर ही अपना रस छोड़ दिया|
मौसी भी रस पी गईं|कुछ देर बाद हम दोनों ने अपने चौथे पैग को भी गले के नीचे उतारा और 69 में आ गए|कुछ देर एक दूसरे के लंड चूत को चूस कर गर्म किया और मैंने अपना लंड मौसी की चूत पर सैट कर दिया|
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मौसी कह रही थीं,प्लीज अब चोद दे संदीप … अब नहीं रहा जाता!मैंने कहा,ओके, तो लो अब मेरा लंड मेरी जान|मैंने एक तगड़े झटके के साथ मौसी की चूत में लौड़े को पेल दिया|मौसी जोर जोर से चिल्लाने लगीं,आह मर गई … आह मुझे दर्द हो रहा है|
मैंने मौसी से कहा,मौसी, अभी सब ठीक हो जाएगा| थोड़ा सब्र करो … फिर आपको भी बड़ा मजा आएगा|वही हुआ … कुछ देर बाद मौसी का दर्द कम हो गया|सेक्सी मौसी गांड उठा कर लंड लेने लगीं|
करीब बीस मिनट की चुदाई में मौसी एक बार झड़ चुकी थीं|अब मैंने भी अपना रस छोड़ दिया|मौसी भी मेरे साथ दूसरी बार झड़ गईं|कुछ देर बाद मौसी बोलीं,संदीप , सच में तुमने तो अपने मौसा जी को भी पीछे छोड़ दिया है|
तुम्हारे मौसा जी के साथ तो आजकल मुझे जरा भी मजा नहीं आता| आज तुम्हारे साथ तो बेहद मजा आ गया|मैंने कहा,मौसी, जब तक मौसा जी नहीं आते| मैं हूँ ना आपके लिए|मौसी हंसने लगीं|
फिर उसके बाद हम दोनों ने खाना खाया और वापस चुदाई में लग गए|मौसी को उस रात मैंने तीन बार चोदा|फिर जब तक मौसा जी वापस नहीं आ गए, मैं मौसी को 2 महीने तक रोजाना चोदता रहा|