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पटना की कुवारी माल की चुदाई – bhojpuri sex stories

bhojpuri sex stories :नमस्कार दोस्तो, मैं आपका पुराना दोस्त सेक्समैन |बहुत दिनों से कोई कहानी लिखने का समय ही नहीं मिला|यह सेक्स कहानी भी पता नहीं कब पूरी हुई और अब जाकर प्रकाशित हो रही है|

खैर … आप सभी ने मेरी पुरानीबिजनेस डील में क्लाइंट की बीवी चुदीगरम लड़की की चुदाई की कहानिया को बहुत सराहा, उसके लिए धन्यवाद|फ्री सेक्स कहानी और अन्तर्वासना की मुख्य वेबसाइट में आप मुझे antarvasnakahani.net के नाम से सर्च कर सकते हैं|

आप लोगों के मेल मिलने से हम सभी लेखकों को प्रोत्साहन मिलता है; साथ ही कभी कभी किसी की जरूरत को पूरा करने का मौका भी मिल जाता है|ऐसे ही एक 20 साल की लड़की, जो पटना की गलियों से थी, उसने मुझे मेल किया|

उसने लिखा कि आपकी कहानी बहुत अच्छी थी, मुझे पसंद आई|मैंने उसे धन्यवाद देते हुए रिप्लाई कर दिया|बात आई गयी हो गयी|दूसरे दिन मैंने उसे हैंगआउट पर मैसेज किया तो उसका रिप्लाई आया और बातों का सिलसिला धीरे-धीरे चल पड़ा|

मैंने उसकी फोटो देखनी चाही तो उसने मुझे अपनी फ़ोटो दिखाई|सच में वह बहुत खूबसूरत लड़की थी|पटना की लड़कियां अक्सर थोड़ी सांवली और तीखे नैन नक्श वाली होती हैं|उसके भी चेहरे का आकर्षण गजब का था|

मैंने उसका नाम पूछा तो उसने भावना बताया|फिर अचानक 5-6 दिन बाद उसका मैसेज आना बंद हो गया और मैं भी भूल गया|इस बात को धीरे धीरे दो महीने हो गए|मैं कभी-कभी मैसेज कर देता कि शायद वह ऑनलाइन होगी|

अचानक एक दिन उसका मैसेज आया|मैंने उससे नंबर मांगा तो उसने इस शर्त पर दिया कि मैं उसे पहले मैसेज नहीं करूंगा| जब वह फ्री रहेगी तो खुद मैसेज करेगी|मैंने ओके कह दिया|अब धीरे धीरे चैटिंग होने लगी लेकिन कभी बात नहीं होती थी|

मैं उसे बता चुका था कि मैं शादीशुदा हूँ|एक बार मैंने उससे पूछा- पटनाघूमने आऊंगा तो मिलोगी?वह बोली- मैं तुमको पूरा पटनाघुमा दूंगी लेकिन सुबह 9 से 4 बजे तक ही रहूंगी| उसके बाद मैं गांव चली जाऊंगी|

पटना वाली आंटी की मोटी गांड की चुदाई part – १ Bhojpuri Sex

पटना की कुवारी माल की चुदाई - bhojpuri sex stories

मैं थोड़ा उदास हुआ कि इसके साथ एन्जॉय करने का मौका नहीं मिलेगा|क्योंकि दिन में मेरी पत्नी साथ में रहेगी और रात में ये रुकेगी नहीं|खैर … मैंने सोचा कि घूमने चलो, चुदाई तो बीवी की भी कर ही लेंगे| वहां पहुंच कर जो होगा, सो जुगाड़ करेंगे|

प्रोग्राम बना और जनवरी में मैं और सोनू रायपुर से ट्रेन पकड़ कर सुबह 9 बजे निजामुद्दीन पहुंच गए|वहां से उसको मैसेज करके बता दिया कि मैं दिल्ली पहुंच गया हूँ, शाम को पटनापहुंच जाऊंगा| कल का क्या प्लान है?

भावना ने कहा- कल की कल देखेंगे … तुम पहले आराम से आ जाओ|मेरी पत्नी का नाम सोनल है, प्यार से मैं उसे सोनू बुलाता हूँ|वैसे तो हम दोनों की अरेंज मैरिज है लेकिन हम दोनों बहुत प्यार करते हैं|

सोनू भरे हुए जिस्म की है, उसका रंग सांवला है … जैसा ज्यादातर भारतीय महिलाओं का होता है|उसके बूब्स 34 साइज के हो गए हैं| मैंने दबा दबा कर 30 से 34 कर दिए हैं|अब सोनू की फिगर 34-30-36 की हो गयी है|

शादी के समय उसकी फिगर 30-28-32 की हुआ करती थी|साफ शब्दों में बोलूं तो सोनू को चोदने में बहुत मज़ा आता है|आखिरकार हम लोग देर शाम पटनापहुंच गए|होटल की बुकिंग पहले से थी, यह बात मैंने भावना को बता दी थी|

सफर के कारण थके हुए थे इसलिए शाम को हल्का खाना खाया और एक राउंड सोनू की चुदाई करके हम दोनों नंगे ही सो गए|वैसे तो घर पर मेरी जल्दी उठने की आदत है

लेकिन सफर और चुदाई की थकान के कारण सुबह की सुहानी किरण ने मुझे झझकोरने की हिम्मत नहीं की|सोनू जल्दी उठ गयी थी और फ्रेश होकर बाल्कनी में चाय की चुस्कियां ले रही थी|लगभग आठ बजे थे|

तभी अचानक घंटी की आवाज़ ने मेरी नींद में खलल डाला|जैसे ही सोनू ने दरवाजा खोला, एक 22 साल की लड़की जींस टॉप पहने धड़धड़ा कर दरवाजे को धक्का देती हुई अन्दर आ गयी|वह माल तो गजब की थी|

लंबाई 5 फुट 2 इंच की और 34 इंच के गोल व टाइट चूचे, कसी हुई गांड, चिपकी हुई जीन्स और वाइट टी-शर्ट, साथ में ब्लैक ओवरकोट पहने एकदम कांटा माल लग रही थी|नमस्कार साहब जी, नमस्कार बीबी जी, मेरा नाम भावना है

पास के गाँव में रहती हूँ| मुझे होटल की तरफ से आपका गाइड बनाया है … इसके लिए आपको एक दिन का 300 और दो दिन का सिर्फ 500 देना होगा|’वह मेरी तरफ देख कर मुस्कुराती हुई बोली|

मैं तो उसे देख कर पहचान गया था|मगर अनजान बनते हुए बोला- गाइड का किसने बोला मैनेजर को … हमें जरूरत नहीं है| तुम जा सकती हो!वह ‘ठीक है|’ बोल कर छोटा सा मुँह बना कर जैसे ही जाने के लिए घूमी तो सोनू ने उसे रोक लिया|

रुको जरा|तब वह रुक गई|सोनू मुझसे मुखातिब हुई- अरे, रहने दीजिए न … पांच सौ ही तो मांग रही है| हम लोग को दिन भर घुमाएगी, हम लोग की फोटो भी खींच देगी, अच्छे से पूरा पटनाघुमाएगी! क्यों घुमाओगी न … क्या नाम बताया तुमने अपना!

जी भावना … और हां बीबीजी आपका बैग भी पकड़ लूंगी|’यह बोलती हुई वह मेरे पैर के पास आ कर बैठ गयी|मेरी बीवी ने बोला- ठीक है, अभी जाओ … हम लोग रेडी हो जाएंगे … तो बुला लेंगे|

इतने में भावना बोली- नहीं बीबी जी, बाहर गयी मतलब मेरी बुकिंग कैंसिल| आप लोग रेडी हो जाइए, मैं यहीं इंतजार कर लूंगी|सोनू नहाने जाती हुए मुझको उठ कर तैयार होने का बोल कर चली गयी और यह भूल गयी कि मैं चादर के अन्दर से पूरा नंगा हूँ|

उसके बाथरूम में जाते ही भावना ने लपक कर मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली- अरे … तुम तो सुबह से नंगे हो, अभी चुदाई करना है क्या मेरी!इतना कह कर वह मुझे जोर से किस करने लगी|

फिर उसने पूछा- कैसा लगा मेरा प्लान, अब पूरे दो दिन हम दोनों साथ में रहेंगे| मैंने आपके बगल वाला रूम लिया है| आज और कल की रात हम लोग साथ में रहेंगे|इतना बोल कर उसने मेरा लंड गप्प से मुँह में ले लिया और चूसने लगी|

उधर सोनू बाथरूम में नहा रही थी, इधर मैं पसीने से नहाने लगा था|मेरी गोटियों को सहलाती हुई जिस तरह से वह लंड चूस रही थी, वैसा लंड आज तक किसी ने नहीं चूसा था|सोनू तो कभी लंड चूसती ही नहीं थी|

भावना पूरे लंड को मुँह में अन्दर तक लेती, फिर पूरे रस को चूस कर बाहर निकालती, फिर पूरा थूक गटक लेती|वह इतनी स्पीड से मुख मैथुन कर रही थी कि एक बार तो उसके दांत गड़ने से मेरे मुँह से जोर से आवाज़ निकल गयी|

शायद आवाज से या अन्दर सोनू नहा चुकी थी, इस वजह से सोनू के नहाने की आवाज़ आना बंद हो गयी|मेरी गांड फटी कि अगर उसने देखा तो आज ही तलाक हो जाएगा|इधर भावना मेरा लंड छोड़ने का नाम नहीं ले रही थी|

अब मेरी शक्ति जबाब दे गयी और मैंने उसे धक्का देकर साइड कर दिया|उसने अपना हुलिया ठीक किया और जैसे ही बाल्कनी में गयी|सोनू ने बाथरूम का दरवाजा खोल कर बाहर आते हुए कहा- अरे यार अभी तक उठे नहीं

जल्दी तैयार हो जाओ न … मुझे भूख भी लगी है|मैं चादर को लपेटे हुए उठा, तो सोनू को अहसास हुआ कि मैं अब तक क्यों नहीं उठा था|फिर कुछ देर में हम दोनों तैयार होकर घूमने निकल गए|

दिन भर लोगों से नज़र बचाती हुई कभी वह मुझे टच करती, कभी मैं उसे छूता|एक दो बार तो ऑटो में ही उसने मेरा लंड दबा दिया|मैंने भी एक बार उसके बूब्स दबा दिए|शाम को दस बजे थके हारे होटल पहुंच गए|

ठण्ड ज्यादा थी और सोनू को ज्यादा ठंड सहन नहीं होती है|वह रजाई ओढ़ कर कांप रही थी|तो मैंने मैनेजर से बोल कर एक बोतल ओल्ड मोंक की मंगवा ली और रूम में अलाव जलवा लिया|मैंने दो पैग बनाए, एक अपने लिए और एक सोनू के लिए|

पटना की कुवारी माल की चुदाई - bhojpuri sex stories

सोनू बोली- ज्यादा रात हो गयी है, भावना को भी ठण्ड लग रही होगी| घर कैसे जाएगी … और सुबह कितने बजे आएगी| जरा फ़ोन लगा कर पूछ लीजिए|मैंने फ़ोन लगाया तो वह बोली कि रात में होटल में ही रुक जाएगी| होटल वाले रूम देते हैं|

सोनू ने कहा- अच्छा तो तुम यहीं आ जाओ … खाना भी हमारे साथ ही खा लेना!मैंने देखा है कि लड़कियां आपस में जल्दी घुल-मिल जाती हैं, लेकिन पतियों को ज्यादा नहीं मिलने देतीं|

वह जैसे ही आयी तो हमने खाना आर्डर किया और भावना को भी एक पैग ऑफर किया|उसने बिना मन के मेरे कहने पर एक पैग मार लिया|मैंने और सोनू ने एक ही बार में पैग खत्म कर दिए|सोनू बोली- मैं और नहीं पियूँगी|

भावना को मैंने एक पैग और दिया और दोनों की नज़र से बचा कर उसमें और अपने पैग में जोश वाली गोली मिला दी|हम दोनों के पैग खत्म करते-करते खाना भी आ गया|सबने मिल कर खाना खाया और भावना चली गयी|

मुझे तो मालूम था कि मेरी गोली का असर एक घंटा में आराम से होगा लेकिन बीवी नींद के नशे में जल्दी सो जाएगी|रात को लगभग 12 बज रहे थे, तो मैंने एक लॉन्ग शॉट खेला और बीवी के बगल में लेट गया|

जब मैंने देखा कि वह सो गयी है तो मैं उठ कर भावना के कमरे में आ गया|कमरे के पास गया तो देखा दरवाजा खुला है|रात को साढ़े बारह बजे का टाइम हो रहा था|ठण्ड कड़ाके की पड़ रही थी|अन्दर जाकर देखा तो कमरे में कोई नहीं था|

बाल्कनी भी खाली मिली|मुझे लगा कि कहीं गोली का असर ज्यादा तो नहीं हो गया और किसी लड़के के रूम में घुस गई हो|पर जैसे ही वापस आने लगा तो बाथरूम से कराहने की आवाज़ आयी|

मैंने बाथरूम में जाकर देखा तो वह बाथटब में शॉवर से चूत में पानी डाल-डाल कर अपनी आग ठंडी करने में लगी थी|मैंने अपने कपड़े उतारे और पीछे से उसको जाकर पकड़ लिया|बाथटब के गर्म पानी में दोनों सांप के जैसे लिपट गए

हम दोनों में गोली का असर भरपूर हो चुका था|बाथटब में ही मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया|वह पहले से गर्म थी और मेरी चटाई से और उत्तेजित होने लगी|

अपने दोनों हाथों से मैंने उसके दूध दबाना चालू कर दिए ताकि उसकी चूत का पानी ज्यादा निकले|दो ही मिनट में ही उसकी कमर नाचने लगी और ‘आह … आह मम्म …’ जैसे आवाज निकालती हुई वह मुझे चोदने के लिए बोलने लगी|

मैं पीछे से उसकी चूत में लंड डालने लगा|मुझे नहीं मालूम था कि वह पहले चुदी है या नहीं|मैंने उसकी चूत में लंड डाला तो थोड़ा मुश्किल से … लेकिन आराम से लंड अन्दर चला गया|

मैं समझ गया कि लौंडिया चुद चुकी है! लेकिन मेरे को क्या … मुझे तो नया माल चोदने को मिल रहा था|लंड जैसे जैसे अन्दर बाहर हो रहा था, उसकी चुदवाने की उत्तेजना बढ़ती जा रही थी|भावना घोड़ी बनी हुई थक गई थी|

मैं बाथटब में उतर कर नीचे लेट गया और भावना मेरे ऊपर आकर पानी में अठखेलियां करने लगी|अपनी चूत को लंड में सैट करके बैठ गयी और मेरे सीने में हाथ रख कर कमर हिला हिला कर कूदने लगी|

पहली बार किसी के साथ इस तरह से बाथटब में चुदाई का असीम अनुभव मिल रहा था|लगभग 20 मिनट तक ऐसी अठखेलियों में वह 2 बार झड़ चुकी थी और मेरा जब निकलने वाला हुआ तो वह गप्प से लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी|

एक मिनट में मैं भी उसके मुँह में झड़ गया और भावना की भावना पूरी होने लगी|फिर हम दोनों 10 मिनट तक पानी में ही रहे और एक दूसरे के बदन को सहलाते रहे|मैं उसके पूरे बदन पर मूतने का मज़ा ले रहा था|

वह भी मेरे ऊपर खड़े होकर मूतने की कोशिश कर रही थी|फिर नहा कर जैसे ही गर्म पानी से बाहर निकले, ठंड ने हमारी जान ले ली|ऐसा लग रहा था कि पूरा बदन ठंड में जम जाएगा|

बदन से पानी पौंछ कर दोनों बेड में रजाई में घुस गए और चिपक कर एक दूसरे को सहला कर गर्म करने लगे|मुझे नहीं मालूम था कि सोनू जाग तो नहीं गयी, सोच कर एक बार देखने गया तो वह बड़े आराम से गर्म रजाई का मज़ा ले रही थी|

मैंने चैक करने के लिए जाकर उसके दूध दबाए तो थोड़ा कुनमुना कर ‘सोने दो …’ कह कर सो गई|मुझे भरोसा हो गया कि अब ये एक घंटा से पहले उठने वाली नहीं है|मैं फिर से भावना के पास आ गया और पूरा नंगा होकर उसके बदन से खेलने लगा|

मेरे मन में था कि एक बार उसको बाल्कनी में ले जाकर चोदने का मज़ा लेना चाहिए, लेकिन ठंड ज्यादा थी इसलिए बोला नहीं|थोड़ी देर तक उसके बदन से चिपक कर उसके बदन से खेलता रहा था|

फिर वह अचानक से पेट के बल लेट गयी और उसकी गांड ऊपर साइड आ गयी|मुझे गांड में काटने में बड़ा मजा आता है, तो मैं उसके गांड में लंड सटा कर बैठ गया और भावना की पीठ में अपने बालों से गुदगुदी करने लगा|

इससे उसकी उत्तेजित आवाजें निकलने लगीं|मैंने उसकी पीठ में किस करना चालू कर दिया|किस करते करते उसकी कमर में, कंधे में … साइड से दूध में गुदगुदी करने लगा|मैं अपनी उंगलियों को इस तरह से चला रहा था

कि उसके बदन के हर हिस्से में सिरहन दौड़ने लगती|किस करते-करते मैं उसकी कमर पर आ गया और कमर के चारों तरफ किस करते हुए भावना की गांड में थप्पड़ मारने लगा|वह आह आह की आवाज़ निकालने लगी|

मैं कभी उसकी कमर में चमाट लगाता, कभी उसकी गांड में मारता, तो कभी कमर में साइड में काट लेता|ये सब उसे उत्तेजित कर रहा था|फिर मैंने उसकी गांड में काटना शुरू किया|

कभी दोनों पैरों की पिंडलियों की हाथ से सहलाने लगता, तो कभी चूत में उंगली डालने की कोशिश करता|भावना की हालत खराब होने लगी थी, वह खुद को रोक नहीं पाई और उसकी चूत बह निकली|

मैं भी उसके पैरों को फैला कर चूत का सारा माल चाटने लगा; उसकी चूत में जीभ डाल कर चूत के पानी का मज़ा लेना शुरू कर दिया|मेरी चूत चटाई से भावना की भावना बढ़ने लगी और वह अपनी कमर उठा कर जोर जोर से आवाज़ें निकालने लगी|

तनिक धीरे धीरे देवर जी बुर फाड देवे के विचार वा – Bhojpuri Sex

पटना की कुवारी माल की चुदाई - bhojpuri sex stories

भावना उठी और मेरे ऊपर 69 की पोजीशन में आ गयी|उसने अपनी चूत को मेरे मुँह में रख कर मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया|वह मेरे पूरे लंड को गले तक डालती और जीभ से सहलाती|अब मेरी हालत खराब होने लगी|

मैं उसकी चूत को ठीक से चाट नहीं पा रहा था और वह लगातार मेरे लंड पर अपना दबाव बना कर रखे हुई थी|मैंने उसको नीचे किया और उसके मुँह को चोदने लगा|पांच मिनट तक मुँह चोदने के बाद मैं उसके मुँह में झड़ गया|

वह मेरे वीर्य को चाट चाट कर पी गयी|मैं थक कर उसके बगल में लेट गया|वह भी थक गई थी, पांच मिनट में उसकी नींद लग गयी|मैंने उसको उठाया तो मेरे को गले लगा कर लेट गयी और बोली- अब बस … और नहीं कर सकती|

तब मैंने टाइम देखा तो 2 बजे से ज्यादा समय हो गया था|मैं दस मिनट उसके चूचों से खेला, फिर कपड़े पहन कर अपने कमरे में आ गया|मेरे लंड में अभी भी चुदाई की मस्ती थी, तो मैं सोनू को सहलाने लगा|

लेकिन वह भी नींद में थी तो कुछ खास रेस्पॉन्स न देख कर मैं भी सो गया|आप मुझे मेल जरूर करें कि गरम लड़की की चुदाई की कहानिया कैसी लगती हैं?

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