कॉलेज की देसी मैडम की चुदाई (College Sex Story)
पुणे के वीर सिंह ने अपने कॉलेज मैडम की चुदाई कर डाली। वीर ने अपनी कहानी में बताया की जब उसने अपनी मैडम को देखा तो वो कामुक हो उठा क्यों की मैडम किसी देसी और सेक्सी भाभी जैसी थी।
मैडम का सावला शरीर देख वीर उनका दीवाना हो गया और उन्हें पटाने के बाद उसने कॉलेज में देसी मैडम की चुदाई कर डाली। वीर की इस कहानी से हमें ये प्रेरणा मिलती है की अगर जीवन में हिमत से काम लिया जाए तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
उस दिन मैं कॉलेज के क्लास रूम में बैठा टाइम पास कर रहा था। तभी अंदर एक मैडम आई जिन्हे मैंने कॉलेज में कभी नहीं देखा था। वो मैडम अंदर आते ही हमें पढ़ाने लगी।
अब मेरी नजर मैडम से हटी ही नहीं क्यों की मैडम काफी कामुक थी। उनकी देसी औरतो की तरह चर्बी वाली पतली कमर थी। साथ ही उन्होंने साड़ी पहनी थी जहा से उनके गोल स्तन साफ दिख रहे थे।
ये देख मैं आकर्षित हो गया और सबसे आगे जा कर बैठ गया। मैडम नई थी तो उन्होंने अपना परिचय दिया और सभी को पढ़ाने लगी। उनका नाम काजल था। काजल मैडम बेलक बोर्ड पर कुछ लिखने लगी और मैं उनकी गांड देखता रहा।
सभी लकड़के उन्हें कामवासना की नजरो से देख रहे थे और लड़किया उनकी खूबसूरती से जल रही थी। ऐसा कुछ दिन और चला और मेरे दोस्तों को भी पता लग गया की मैं उन्हें पसंद करता हूँ।
दोस्त मुझे समझते रही बताते रहे की मैं अपने दिल की बात मैडम को बोल दू। पर मुँह में इतनी हिमत कहा थी। तभी एक दोस्त ने कहा अबे साले जब वो किसी और की बाहो में सो गई तब जाकर बोले गा क्या?
ये सुन कर मुझ में हिमत भर गई। उस दिन क्लास के बाद मैडम अपने रूम में चली गई। कही मेरी देसी मैडम की चुदाई कोई और मर्द न कर दे इसलिए मैं भी वहा चला गया। मैंने मेडम को साफ साफ शब्दों में हमत कर के अपने दिल की बात बोल दी और मैडम हसने लगी।
मैंने किसी अनाड़ी की तरह उनसे अपने प्यार का इजहार किया। मैडम को मेरा सीधा पन पसंद आया और उन्होंने हाँ बोल दिया और साथ में ये भी कहा की किसी को कुछ मत बताना।
क्यों की मैं जीम जाने वाला लड़का था मैडम मेरे शरीर को देखने लगी। उनकी आंखे साफ बता रही मुझे कामुक नजरो से देख रही है। मोके का फयदा उठाने मैं उनके पास गया और उन्हें गले लगा कर मैं तुमसे प्यार करता हूँ बोल दिया। पर मेडम तो देसी थी उन्हें तो बस चुदाई की ही पड़ी थी इसलिए उन्होंने कहा हाँ हाँ ठीक है।
ये बोल कर उन्होंने मेरी गांड पर हाथ रखा और मेरे शरीर को गलत जगाहो पर छूने लगी। तभी मेरे लिंग में झुनझुनाहट हुई तो मैं मैडम की गर्दन पर चूमने लगा।
मैडम – अहह हा हा हा हा !! मैडम मेरे साथ मजे ले रही थी और मैं उनके शरीर के साथ छेड़ खानी करने में लगा था। उस वक्त दोपहर हो चुकी थी इसलिए पूरा कॉलेज खाली था।
मैडम ने मुझे उनके रूम का दरवाजा बंद करने को कहा तो मैं खुश हो गया। काश यहाँ मैं अपनी देसी और अंग्रेजी मैडम की चुदाई एक साथ कर पाता तो कितना मजा आता।
मैंने मैडम की साड़ी उतारना शुरू किया और मैडम मुझे चूमती रही। उनकी गहरी काली आंखें काजल से और खूबसूरत दिख रही थी। साड़ी का ब्लाउज खोल कर मैडम ने मेरा सर पकड़ा और जबरदस्ती मेरा मुँह अपने स्तनों के बीच रगड़ने लगी।
मैं भी उनके स्तन चाटने चूसने में लगा रहा और साथ ही उन्होंने मेरी पैंट में हाथ डाला और लंड गोटे लग लग तरीके से दबाने लगी। मैंने झट से अपनी पैंट उतारी और मैडम को नीचे बैठा कर उनसे ब्लोजॉब सर्विस का मजा लेने लगा। मैडम ने मेरा लिंग मुँह में लिया और मजे से अंदर बाहर करती रही।
साथ ही वो मेरे कभी चूतड़ सहलाए तो कभी पैर। मैं मजे से उनका खूबसूरत चेहरा देख कामुक खड़ा रहा और अपना माल अंदर रोके रखने की कोशिश करता रहा। मैडम के होठों की लिपस्टिक मेरे लिंग और लग चुकी थी। मैडम के थूक से गीला लिंग अब उनकी चुत में घुसने को तैयार था।
वासना से भरे हम दोनों फिर दोबारा एक दूसरे को चूमने लगे और धीरे धीरे एक दूसरे के सारे कपडे उतारने लगे। कपड़े उतार कर मैडम अपने टेबल के सहारे झुक कर खड़ी हो गई और मुझे ऊँगली से अपने पास बुलाने लगी।
मैं अपना औजार हाथ में लिए उनके पास गया और होठ चूमते हुए उनकी योनी ने डाल दिया। उसके बाद मैं अपनी कमर हिला हिला कर उनकी चुत चोदने लगा और मजे से कामुक आनंद अपने शरीर में बसाने लगा।
चुदाई के दौरान मैडम की आँखे उलटी होने लगी और वो अपने शरीर का आपा खोने लगी। मैडम का देसी शरीर देख मुझे चुदाई का देसी मजा आने लगा। कामुक हो कर मैं उनके पुरे शरीर पर हाथ फेरने लगा और मजे से उनकी चुत चुदाई करता रहा।
मैडम – अम्म अहहह उह्ह्ह अहम्म !! मैडम तो मेरे लिंग का पूरा मजा ले रही थी। दोपहर को कॉलेज में देसी मैडम की चुदाई करता करता मैं मजे ले रहा था और दूसरी तरफ मेरी उमर के लड़के इस वक्त गर्मी में घर जा रहे थे।
देसी मैडम और मैं AC के ठंडे कमरे में सेक्स करने में लगे थे। थोड़ी देर और सेक्स के बाद मैडम खुद खड़ी ही और टेबल पे ऊपर चढ़ कर अपने पैर खोल कर लेट गई।
मैं मैडम की चुत पर थूका और उनके मुँह में अपना अंगूठा दे कर चुत की अच्छी चुदाई करने लगा। मेरे धको से टेबल आगे पीछे हिल रहा था और मैडम अपने बड़े रसीले होठों से मेरा अंगूठा चूस रही थी।
चुदाई करते करते कभी मैडम मेरी आँखों में देखती तो कभी छाती को। और मैं भी कभी उनकी सेक्सी आँखों में देखता तो कभी मोटे स्तन। उस वक्त कामुक तो मैं काफी था पर मैडम की बेशर्मी देख मुझे शर्म भी आ रही थी। जिस वजह से मेरी ये टीचर स्टूडेंट की चुदाई कहानी और भी ज्यादा कामुक हो गई।
देसी औरतो का शरीर मुझे काफी कामुक लगता है इसलिए मुझे देसी मैडम की चुदाई करने में जो आनंद आ रहा था वो किसी अंग्रज लड़की में नहीं आता। मैं कमर हिलता हिलता आगे बढ़ा और मैडम को गले लगा और उनकी गर्दन पर चूमता रहा। साथ की चुदाई तो कर ही रहा था जिस वजह से मैडम की काली गुलाबी चुत से पानी की बरसात होने लगी।
पर मैं रुका नहीं उनकी चुत में लंड देता रहा और ये सोचता रहा की मैडम मूत रही है या ये उनका रस है। तभी मैडम कुछ ज्यादा ही गर्म हो गई और मैं भी कामुक। मुझ से और रहा नहीं गया और मैंने लिंग बाहर निकाल कर मैडम के पेट और स्तनों के और अपना शुक्राणु(सफ़ेद माल) निकाल दिया।
उसके बाद मैडम और मेरा शरीर गंदा तो हो ही चूका था हम छुप छुपाते कॉलेज के शौचालय में गए और खुद को साफ कर के घर चले गए। घर जा कर भी हमने फ़ोन पर खूब गंदी बाते की और चुदाई के पलो को याद करने लगे।
ये सब मेरे साथ 2 साल पहले हुआ था और आज तक मैडम मेरी गर्लफ्रेंड है। आज भी हम साथ है पर चुदाई नहीं कर सकते। अगर हम साथ एक ही घर में रहते तो रोज लॉकडाउन में चुदाई करने का मजा ही कुछ और होता। ये थी मेरी सेक्स कहानी कॉलेज में कॉलेज की देसी मैडम की चुदाई अगर आपको पसंद आई तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना। चुदाई के दौरान मैडम की आँखे उलटी होने लगी और वो अपने शरीर का आपा खोने लगी। मैडम का देसी शरीर देख मुझे चुदाई का देसी मजा आने लगा। कामुक हो कर मैं उनके पुरे शरीर पर हाथ फेरने लगा और मजे से उनकी चुत चुदाई करता रहा।
मैडम – अम्म अहहह उह्ह्ह अहम्म !! मैडम तो मेरे लिंग का पूरा मजा ले रही थी। दोपहर को कॉलेज में देसी मैडम की चुदाई करता करता मैं मजे ले रहा था और दूसरी तरफ मेरी उमर के लड़के इस वक्त गर्मी में घर जा रहे थे।
देसी मैडम और मैं AC के ठंडे कमरे में सेक्स करने में लगे थे। थोड़ी देर और सेक्स के बाद मैडम खुद खड़ी ही और टेबल पे ऊपर चढ़ कर अपने पैर खोल कर लेट गई।
मैं मैडम की चुत पर थूका और उनके मुँह में अपना अंगूठा दे कर चुत की अच्छी चुदाई करने लगा। मेरे धको से टेबल आगे पीछे हिल रहा था और मैडम अपने बड़े रसीले होठों से मेरा अंगूठा चूस रही थी।
चुदाई करते करते कभी मैडम मेरी आँखों में देखती तो कभी छाती को। और मैं भी कभी उनकी सेक्सी आँखों में देखता तो कभी मोटे स्तन। उस वक्त कामुक तो मैं काफी था पर मैडम की बेशर्मी देख मुझे शर्म भी आ रही थी। जिस वजह से मेरी ये टीचर स्टूडेंट की चुदाई कहानी और भी ज्यादा कामुक हो गई।
देसी औरतो का शरीर मुझे काफी कामुक लगता है इसलिए मुझे देसी मैडम की चुदाई करने में जो आनंद आ रहा था वो किसी अंग्रज लड़की में नहीं आता। मैं कमर हिलता हिलता आगे बढ़ा और मैडम को गले लगा और उनकी गर्दन पर चूमता रहा। साथ की चुदाई तो कर ही रहा था जिस वजह से मैडम की काली गुलाबी चुत से पानी की बरसात होने लगी।
पर मैं रुका नहीं उनकी चुत में लंड देता रहा और ये सोचता रहा की मैडम मूत रही है या ये उनका रस है। तभी मैडम कुछ ज्यादा ही गर्म हो गई और मैं भी कामुक। मुझ से और रहा नहीं गया और मैंने लिंग बाहर निकाल कर मैडम के पेट और स्तनों के और अपना शुक्राणु(सफ़ेद माल) निकाल दिया।
उसके बाद मैडम और मेरा शरीर गंदा तो हो ही चूका था हम छुप छुपाते कॉलेज के शौचालय में गए और खुद को साफ कर के घर चले गए। घर जा कर भी हमने फ़ोन पर खूब गंदी बाते की और चुदाई के पलो को याद करने लगे।
ये सब मेरे साथ 2 साल पहले हुआ था और आज तक मैडम मेरी गर्लफ्रेंड है। आज भी हम साथ है पर चुदाई नहीं कर सकते। अगर हम साथ एक ही घर में रहते तो रोज लॉकडाउन में चुदाई करने का मजा ही कुछ और होता। ये थी मेरी सेक्स कहानी कॉलेज में कॉलेज की देसी मैडम की चुदाई अगर आपको पसंद आई तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना।