चुदक्कड़ सेक्सी आपा की जोरदार चुदाई – muslim sex story
muslim sex story :नजमा “आह आह… , तू कुछ और मत सोच बस मेरी चुत मार। तेरे बड़े लंड की चाहत कब से थी मुझे , आज वो आग इस बारिश की वजह से बुज रही है।आपा आपको चोदना तो शायद बचपन से चाहता था मै |
जबसे चुदाई का मतलब समझा था। आपकी चूचियों को चुप चुप कर देखता था जब आप मुन्ने को दूध पिलाती थी और आपकी चुत को चुपके से तब जब आप पेशाब करने जाती थी।ओह्ह , बड़ा कमीना निकला तू तो। आज मेरा पूरा बदन तेरा है|
ये बड़ी चूचिया और ये गरम चुत , अच्छे से मार नदीम । ”नदीम अपना तना लंड अपनी नजमा आप की चुत में अंदर बहार डाल रहा था और वह जोर जोर से कराह रही थी। गीली गरम चुत में नदीम झड़ गाय।
अरे तूने तो पूरी मलाई मेरी चुत में निकाल दी , अगर बच्चा होगया मुझे तो ? नई होगा और अगर होता भी है तो कोनसा नासिर भाई को पता चलेगा।अपनी और उनकी शकल देखि है ना ?
तू बर्फी और वह गुलाब जामुन , उन्हें वैसे ही मुझपर शक होता रहता है , चोदने जो नहीं देती हु। आप मुझे माफ़ करदो फिर , में रोक नहीं पाया। दो बच्चो की माँ होने के बावजूद क्या मस्त चुत है आपकी।
तंग और गरम , लंड अंदर जाते ही मज़ा आने लगता है। ”चल कोई बात नई , में तेरी मलाई गिरा देती हु। ”अपनी टैंगो को फैलाकर नजमा ने अपनी चुत को सिकुड़न शुरू किया जिसकी वजह से लंड की मलाई बहार गिरने लगी।
नदीम ने ऐसा सच्चई पहली बार देखा था। असली में पहली बार देखा मेने। ”अरे मुझे मेरी एक दोस्त ने सिखाया। बारिश अब कुछ कम होगई थी , इसीलिए नदीम और नजमा गाड़ी शुरू कर घर की तरफ निकले। नजमा नदीम की बड़ी बहन थी |
उसमे और नदीम की उम्र में दस साल का अंतर था। भाई बहन में बहुत प्यार था लेकिन आज इस काली तूफानी रात में इस प्यार ने एक अलग मोड़ ले लिया था।नजमा और उसके पति नासिर में भी दस साल का अंतर था|
नजमा 30 वर्ष की हसीं औरत थी। उसके लम्बे काले बाल उसकी गांड तक आते थे और उसकी आखे बड़ी बड़ी भूरे रंग की थी। नजमा दो बच्चो की माँ थी और उसकी चूचिया मस्त बड़ी थी।
अपने बदन का नजमा खास ख्याल रखती थी और हस्ते में दो बार बदन की मालिश मलाई और केसर के लेप से करती थी , जिसकी वजह से उसकी त्वचा बहुत मस्त मुलायम थी। नजमा की चिकनी चुत का रस भी मीठा था।
नजमा का पति एक store का मालिक था और काफी अमीर था। उसकी और नजमा की बिलकुल नहीं जमती थी क्युकी वह नजमा को खुश नहीं कर पाता था। नजमा को sex की बहुत भूक थी |
लेकिन वह किसी अनजान और बहार के आदमी से अपने आप को नहीं चुदवाना चाहती थी। मुठ मार मार के किसी तरह वह अपना काम चला रही थी जब एक दिन अचानक उसने अपने भाई नदीम को नंगा देख लिया था।
तब नजमा ने ये फैसला किया था की वह नदीम से ही अपने आप को चुदआएगी।आज रात नदीम से पहली बार चुदआने के बाद थोड़ी सी आग बुझी थी नजमा की।
घर पहुचकर उसने अपने बच्चो को देखा और फिर कमरे में सोने चली गई। नासिर तो बिस्तर पर पहले ही धेर पड़ा था , नजमा ने सोने की कोशिश की। यहाँ वह करवट बदलने के बाद भी उसे नींद नहीं आ रही थी।
उसके दिलो दिमाग में बस नदीम के मोठे लम्बे लंड के ख्याल आ रहे थे। आखे बंद करके उसने अपनी टंगे फैलादी और अपनी चुत को सहलाने लगी। कमरे में काफी अँधेरा था और नजमा पूरी तरह से चुदाई के मूड में थी।
आह आह उफ़…” करते हुए उसने अपनी चुत में ऊँगली डाली। उस अँधेरे का फयदा उठा कर उस रात नासिर ने नजमा को चोदने की सोची। मदहोश नजमा को कुछ समज नहीं रहा था |
नासिर उसकी फैली हुई टैंगो के बीच आया और उसकी चुत को चाटने लगा। नजमा को बहुत अच्छा महसूस हुआ , नासिर की जीब नजमा की चुत पर अच्छे से चल रही थी |
ऊपर से नीचे तक नजमा की चुत को चाट रही थी। कभी कभी नासिर नजमा के गांड के छेद को भी चाट रहा था और वह मजा नजमा के लिए कुछ और ही था।
नजमा ने नासिर के सर को अपने पेरो के बीच दबा दिया और उसके अपनी चुत की तरफ पकड़ रखा। नजमा की चुत की महक नासिर को हवस से पागल बना रही थी।
उसने नजमा को चोदने का फैसला किया और अपना सर छुड़ाकर वह अपनी सलवार खोलने लगा। अपने काले छोटे से लंड को नासिर ने हिलाते हुए नजमा की चुत पर रखा और नजमा समज गई की वह नदीम का लंड नहीं था।
उसने तुरंत अपनी आखे खोली और light जला दी , जब उसे सामने नासिर दिखा तो उसने नासिर की छाती पर लात मार्के उसे ज़मीन पर गिरा दिया। तूने मुझे चोदने की कैसे सोची ?
अबे कामिनी तेरा शोहर हु , जब चुत चाट रहा था तो बहुत मज़े ले रही थी। हाँ बस चुत चाटने तक ही ठीक है तू , लंड अंदर डालकर क्या उखडलेगा। दो तीन बार अंदर बहार करेगा और फिर झड़ जायेगा।
अगर मुझसे इतनी तकलीफ है तुजे तो ये बता की किसके सपने देखकर अपनी चुत में ऊँगली कर रही थी ?”उससे तुजे क्या , तेरे बिस्तर पर ही हु ना। बहार तो नहीं चुदआती।
अबे जा जा , तुज जैसी औरत पर कौन भरोसा करे इस मामले में। साली हरामी अपने भाई को भी गन्दी नज़र से देखती है , मुझे सब पता है। ओह ! ज़बान संभलके। क्यों सच्चई बात से मिर्ची लगी तुजे ?
वो तो तुजे एक फूटी कोड़ी नहीं देना चाहता में इसीलिए तलाक नहीं देता , वर्ना तेरे साथ कौन रहना चाहेगा। उस रात ही नजमा ने नदीम को कॉल करके बुलालिया अपने को घर ले जाने के लिए।
नदीम नजमा को चुप चाप मायके लेकर आगया। रात किसी तरह बीती और सुबह नजमा काफी देर से उठी। उसके माँ बाप ने काफी सरे सवाल किये लेकिन उसने ज़यादा कुछ बताया नहीं , फिर शाम में जब नदीम काम से लोटा तो दोनों के बीच बात हुई।
नदीम “ऐसी क्या बात होगई की आपको घर छोड़कर आना पड़ा , दोनों बच्चो के बिना ?”नजमा बच्चो की फ़िक्र मत करो , मुझसे कही ज़यादा खुश उसके साथ है वो दोनों। लेकिन अब उस आदमी के साथ रहना बहुत मुश्किल है नदीम ।
खुल के बताओ मुझे क्या हुआ है?”कल जो हुआ हमारे बीच , मुझे वैसा ही सपना आया और कमीने ने बिना मेरी मर्ज़ी के मुझे चोदने की कोशिश की , बस उसी बात पर झगड़ा हुआ। ”
नासिर भाई पति है आपके , उनके साथ तो करना पड़ेगा ना आपको। ” क्यों ? तेरी मर्ज़ी के खिलाफ अगर में तुजे चुदवाऊ तो तुजे केसा लगेगा ?” गुस्सा होकर नजमा ने कहा।
मेरा मतलब वो नहीं था आपा। इदर आ नदीम मेरे पास। जब नदीम नजमा के करीब गया तो नजमा ने उसे अपने गले से लगाया और उसे चूमने लगी। नदीम को कुछ गलत लग रहा था |
लेकिन नजमा के जिस्म की गर्मी और उसके बड़े मुमो का नदीम की छाती पर दबना , उससे नदीम का लंड भी खड़ा हो रहा था।आपा अभी नहीं , आमी देखलेगी।
जा तू कुण्डी लगा के आ , मुझे तेरे लंड की तलब है नदीम , मैं अपने आप को रोक नहीं सकती। नजमा नदीम को होटो पर कसकर चूमने लगी , उसने नदीम की जीब से अपनी जीब मिलाई और नदीम का लंड पूरी तरह से खड़ा होगया।
आपा आप भी ना , मुझे मजबूर कर देते हो।जा अब जल्दी से कुण्डी लगा।मुस्कुराकर नजमा ने कहा। नदीम ने कुण्डी लगाली और अपने कपडे भी उतर कर बिस्तर पर आगया।
आपा अभी मुझे जैसे बच्चे दूध पीते है ना वैसे आपकी गोद में सोकर आपके मुमो को चूसना है।तो आजा फिर। नजमा ने अपना कुरता निकाला और अपनी bra हटा दी , फिर नदीम ने अपना सर नजमा की गोद में रखा |
उसे निप्पल चूसने लगा बिलकुल एक दूध पीते बच्चे की तरह।नजमा को बहुत मज़ा आ रहा था और करहाते हुए उसकी नजर नदीम के खड़े लंड पर ही थी। उसने नदीम के लंड को अपने हाथ में लिया और उसे हिलाते हुए चोलने लगी।
नदीम को भी बहुत मज़ा आ रहा था , “आपा चलो अब सलवार खोलो ज़रा आपकी चुत का मज़ा लेने दो। नजमा ने जैसे ही अपनी सलवार खोली तो उसकी panty तो पूरी तरह भीगी थी।
चुत की महक बहुत तेज़ थी , और नदीम का लंड पूरी तरह सख्त था।नदीम को बस उस महक को अच्छे से सुंग्ना था और फिर चुत को अच्छे से चाटना था। नजमा की चुत को फैलाकर , उसकी टांगो के बिच लेटे हुए |
नदीम ने चुत को अच्छे से सुंघा और फिर चाटने लगा।वह अपनी जीब को काफी अंदर तक डाल रहा था जिससे नजमा करहाते हुए कांप रही थी। “आह उफ़… बस इसी तरह चाटते रेह मुझे।
चुत की अच्छे से चटाई करने के बाद नदीम ने अपना लंड नजमा आपा की गीली , बहती चुत पर मसला और जम कर उनकी चुदाई की।आपा काफी ज़ोर ज़ोर से कराह रही थी , जिसकी वजह से उनके अम्मी और अब्बू की नींद खुल गई।
नजमा आपा के अब्बू ने उनकी अम्मी से पूछा , “शगुफ्ता लगता है की नजमा का पेट दर्द कर रहा है।अरे नहीं , ये पेट दर्द वाली आवाज़ नहीं है। तुम सो जाओ , फ़िक्र मत करो कल देखंगे।
अम्मी और अब्बू तो सोगये लेकिन भाई बहन जम कर चुदाई कर रहे थे। नदीम नजमा की फैली हुई टैंगो के बीच था |ज़ोर ज़ोर से धके लगा रहा था, जब झड़ने की बारी आई तो नजमा आपा उठ गई और नदीम के लंड के पास बैठ गई।
चिकनी चूत की दर्दनाक चुदाई का मजा – muslim chudai
नजमा नदीम का लंड ज़ोर ज़ोर से हिला रही थी और फिर उसने सारी मलाई अपने ऊपर निकाल दी।दोनों को उस रात चुदाई करके बहुत मज़ा आया और दोनों नंगे ही एक दूसरे के पास सोगये।
जब सुबह हुई तो अम्मी ने दोनों को उस हालत में देखा और रुकी रही की कब वह दोनों नाश्ता करने आएंगे।नाश्ते के table पर अम्मी ने नजमा से पूछा , “कल रात क्या हो रहा था कमरे में ?”कुछ नई बस पेट में हल्का सा दर्द था।
हम्म , और तू नदीम , तू क्या तेरी आपा का पेट दर्द ठीक कर रहा था उसके कमरे में। ”अम्मी से ये बात सुनकर नजमा और नदीम दंग थे , उन्हें समज नहीं आ रहा था की वो किस तरह उन्हें जवाब दे।
वो कुछ पलो वाली ख़ामोशी काफी अजीब थी लेकिन ख़ामोशी भी अम्मी ने ही तोड़ी।जवाब ना ही दो तो बेहतर है लेकिन जो कर रहे हो बस हम तीनो में ही रहे , वर्ना बहुत बड़ा बवाल होजायेगा।
दोनों जितने हैरान थे उतने ही खुश भी और उस रात के बाद नदीम और नजमा ने कही बार चुदाई की।हमें उम्मीद है कि आपको हमारी कहानियाँ पसंद आयी होगी और हम आपको बेहतरीन सेक्स कहानियां प्रदान करना जारी रखेंगे ।