Bhabhi Sex Story

मुंबई में मिला पहला चुदाई ज्ञान और अनुभव part-2 (Mumbai Sex Story)

मित्रो, मैं अमन आपके सामने पुन: हाजिर हूँ.अब तक आपने मेरी मुंबई में होने सेक्स कहनी तो पढ़ी होगी | आगे की कहनी में कुछ ऐसा हुआ आप खुद ही पढ़ लीजिये |

उसने अपनी जैकेट और हुडी को निकला तो देखा उसके लम्बे बाल थे, और उभरे बूब्स थे। वो एक महिला थी। मैं पीछे हट गया, और बोला- मैं: ये गलत है, मुझे टच मैट करो।

उसे बोला की उसका नाम सोनम  था, और वो 21 साल की थी। वो एक शादी-शुदा महिला थी, और अच्छे घर की लड़की थी. पर उसका पति एक सेल्समैन था, और उसकी पत्नी होने की खुशी नहीं दे सकता था।

फिर हमने हाथ जोड़ कर कहा, कि वो गंदी औरत नहीं थी।

मेरा लंड  अब शांत होने लगा था, तो मैंने उसे जल्दी अंदर करना चाहा। तब भी लपक के फिर मेरी कमर को पकड़ लिया, और फिर मेरा लंड चूसने  लगी।

मैंने उसे दूर करना चाहा, पर मुझे अच्छा भी लग रहा था कि वो एक महिला थी, और मैं अब अपने कंट्रोल से बहार हो गया था। मैं हवा में आ गया था। मेरी आंखों के सामने अब फिल्म के सीन प्ले होने लगे थे।

मेरा लंड अब फिर से पूरी तरह तन गया था, और पार्वती ने मेरी पंत भी अब मेरे घुटनो से नीचे कर दी थी। फिर मैंने उसे उठाया और बाहों में भर लिया। मेरी आंखों के सामने अब वो फिल्म चलने लगी, और मैं अब सेक्स करना चाहता हूं। मैं अपनी वर्जिनिटी औरत के साथ तोड़ना चाहता था।

मुंबई में मिला पहला चुदाई ज्ञान और अनुभव

फिर हम दोनों ने एक दूसरे को कस के बाहों में भर लिया। अब हवा हम दोनों पर सवार थी। हम एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे। देखते ही देखते हमने एक दूसरे के कपड़े उतारे। वो पतली और काफी अच्छी शेप में थी।

पतली थी वो, पर उसके बूब्स और गांड काफी बड़े थे। मैंने अपने जीवन में पहली बार एक महिला को या लड़की को असली में बिना कपड़ों के देखा था। मेरा तो लंड टाइट होना दर्द कर रहा था।

फिर मैं उसे उठा कर उसके बिस्तर पर ले गया। उसके होंथो को मैं चुनने लगा, और चुनने लगा। अब एक लड़की मेरी बाहों में बिल्कुल नंगी थी। और मुझे ये समझ में नहीं आ रहा था क्या करूं क्या नहीं।

एक दूसरे को हम काफी देर तक किस करते रहे। फिर मैंने उसके बूब्स दिए, और एक-एक करके पागलों को चुनने लगा। वो भी भूलभुलैया में कर रही थी। वो आह उम्म्म की आवाज़ कर रही थी। फिर उसके सारे बदन तो किस किया, और चाटा।

अब मैंने उसकी छुट्टी के द्वार को देखा। एक-दम गिला और लाल था। मैंने उसे काफी डिटेल से देखा। क्योंकि काफी गीली थी उसकी योनि, तो एक कपडे से साफ करके मैंने उसे किस किया। उसके मुह से आआह निकल्ने लगी।

फिर हमने बोला: अब तो डाल दो, बाद में चाट लेना। शादी के 3 साल हो गए हैं, मैं अभी भी कुंवारी हूं। कृपया डाल दो। मैं ये सुन कर और खुश हो गया, कि हम दोनों वर्जिन थे|

फिर उसके ऊपर आ कर मैंने अपनी पोजीशन सेट की, और लुंड डालने के लिए ट्राई किया। दो तीन बार लुंड स्लिप हो गया। हम दोनों को अनुभव नहीं था, और फिर हमने अपनी स्थिति सही की। हमने फिल्म के सीन याद किए।

मैंने उसकी चुत में उन्गली डाल कर आगे-पीछे भी किया। काफी गीली और गरम थी अंदर से उसकी चुत। उसकी सिस्किया तेज हो गई, और मेरा दिल भी बहुत ज़ोरों से धड़क रहा था।

मैंने उसकी चुत में उन्गली डाल कर आगे-पीछे भी किया। काफी गीली और गरम थी अंदर से उसकी चुत। उसकी सिस्किया तेज हो गई, और मेरा दिल भी बहुत ज़ोरों से धड़क रहा था।

अब अपने हाथ से हमने मेरे लंड को पकड़ा, और अपनी गीली चोट की एंट्री पर सेट किया. मैने एक जोर से धक्का मारा, और मेरा तोपा अंदर चला गया। उसको एक हल्का गाल मारी, और बोली-

वो: दर्द हो रहा है, आराम से करो। और धीरे से करो।

मैं वैसे ही रुख गया। मैंने पढ़ा था कि पहली बार लड़की तो बहुत दर्द होता है। मैने लंड बहार नहीं निकला, और ऐसे ही थोड़ा अंदर रखा। फिर मैंने अपने हांथो से उसके हांथो को कवर किया, और एक और जोर का धक्का मारा।

उसकी आवाज हमारे होठों के बीच में गई। मगर उसके आंसू निकल रहे थे।

फिर मैंने पूछा: रोक दू?

मुंबई में मिला पहला चुदाई ज्ञान और अनुभव
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और उसने मन किया। ऐसे ही धक्का मार कर धीरे-धीरे करके मैंने पूरा अपना लंड  उसके अंदर डाल दिया। उसके मुह से दर्द से आह ऊह निकल रहा था, मगर वो भी रुकना नहीं चाहती थी।

उसकी चुत के अंदर काफी गरम और गीला फील हो रहा था। और एक अलग ही जोश और एक्साइटमेंट था कि मैं आज मर्द बन गया।

एक दो मिनट पूरा अंदर डालने के बाद में ऐसे ही था। फिर मैंने धक्का देना शुरू किया और चोदना  शुरू किया। चोदना में जो आनंद आ रहा था, उसे शब्दो में लिख ही नहीं सकता।

मेरे मुह से आह निकल रही थी, और वो अपनी आंखें बंद करके आह आह आह हम्म कर रही थी। उसकी आवाज को सुन कर मुझे और जोश आ रहा था। हम दोनों ऐसे ही 8-10 मिनट चुदाई कर रहे थे, तो वो बोली उसे पेशाब आ रहा था।

तो मैंने भी जल्दी ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिया। उसे मुझे कस कर पकड़ा लिया, और एक लंबी आहिस्ता से गाल मारी “आह” और फिर थोड़ी पकड़ ढीली कर दी।

मुझे लगा उसकी चुत और गीली हो गई थी, और उसमें से पानी/वीर्य निकला उसका। मैंने अपनी चोदने  की स्पीड बढ़ाई , और 5 मिनट की फुल स्पीड में उसे चोदने  के बाद उसके अंदर ही सारा माल गिरा दिया।

मुझे लगा मैंने अपने जीवन में इतना माल नहीं निकला था एक बार में, जितना उस वक्त निकल गया। फिर मैं उसके ऊपर ही लेट गया। मुझे पता भी नहीं चला, की कब आंख लग गई मेरी।

जब 3 बजे मैं उठा, तो घबरा गया कि उसका पति न आ जाए। उसको भी मैंने जगाया, और पूछे की उसका पति कब आता था। उसने बताया कि वो आउट ऑफ स्टेशन था, क्योंकि वो सेल्समैन था। और कंपनी के काम से अक्सर 2-3 दिन बहार जाता था। कभी-कभी वो ज्यादा दिन के लिए भी बहार जाता था।

थोडा रिलैक्स होके हम दोनों नंगे ही बैठक कर काफी देर बातों की। मैंने उसे पूछा कि हमने अभी तक किसी और से सेक्स क्यों नहीं किया था, जबकी उसका पति अक्सर बाहर जाता था।

तो उसे बताया की कभी हिम्मत नहीं हुई उसकी। उसे बताया कि इससे पहले भी वो ऐसी ड्रेस करके हमें सिनेमा हॉल में गई थी। लोगों को देख कर डर लगता था, कि वो उसका रेप कर देंगे, और बात आगे ही नहीं बढ़ी।

मैंने पूछा तो उसे मुझे टच करने की हिम्मत कैसे की। वो बोली मुझे देख कर लगा कि मैं अच्छे घर का पढ़ा लडका था, और जवानी के जोश में एडल्ट मूवीज देखने आ गया। और किस्मत की मैं उसे फिर बहार मिला, और उसके साथ घर आ गया।

हम दोनों फिर एक दूसरे को किस करने लगे। मैंने उसके बूब्स को दबया, और खूब चूसा किया। मेरा मन ही नहीं भर रहा था। फिर हम 69 पोजीशन में आए। उसकी चुत मैंने बहुत ही गरम और लाल होने तक चाटी, और उसमें अपनी जीभ डाल कर उसे झड़ने तक मजा दिया। उसे भी मेरा लंड  एक दम तैयार कर दिया।

हमने पहले सेक्स एक दो बार किया। इस बार ज्यादा मजा आया, और पहली बार से ज्यादा लंबा सेक्स हुआ (सोनम दो बार से ज्यादा झड़ गई थी)। मैं शाम 7 बजे तक उसके घर पर था। मैंने उसके घर पर ही खाना खाया, और उसके बाद में उसके घर से निकल गया।

मगर अपने गांव जाने से पहले उसके पास दो तीन बार गया। उसकी डिटेल अगली बार लिखूंगा। और इस अनुभव से मुझे होसला मिला, कि आगे गांव जाने के बाद दूसरों से मैंने संबंध बनाए।

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