Bur Chudai

बुर पर टैटू वाली लड़की शिल्पा के चुत का भोसड़ा बनाया – desi bur chudai

desi bur chudai : सभी फ्रेंड्स को राहुल की तरफ से सुबह की गुडमॉर्निंग। दोस्तों वैसे तो जिंदगी बड़ी खूबसूरत है, पर यदि हर रात किसी हसीना का साथ मिलता रहे तो कहना ही क्या।

ठीक ऐसी ही कहानी आपको सुनाने जा रहा हूँ। मैं और विशाल बचपन के दोस्त है। पांचवी छठवी से ही हम साथ पढ़ते थे। कई बार तो हम एक दूसरे की किताब कापी बस्ता से भी काम चला लेते थे।

फिर जब बड़े हुए तो एक दूसरे के कपड़े भी मिल बाटकर पहनने लगे। पर उस दिन मित्रों, हम दोनों दोंस्तों ने नही सोचा था कि कोई लड़की भी मिल बाटकर खाएंगे। मैं ,विशालऔर शिल्पा एक इंटरनेशनल काल सेन्टर में नौकरी कर रहे थे।

शिल्पा हमारे बैच की सबसे मॉडर्न, खूबसूरत और जिंदादिल लड़की थी। मेरा दोस्त विशाल उसको पहली नजर में ही अपना दिल दे बैठा था। वो हमारी ट्रेनिंग के समय से ही शिल्पा के आगे पीछे घूमने लगा और आखिर अंत में ये कोर्टशिप रिश्ते में बदल गयी।

आपको बता दू की इससे पहले भी विशाल ने कई लड़कियों को लाइन दी थी , कोई सोने की रिंग के लेकर गायब हो गयी , कोई महंगा मोबाइल लेकर छू मन्तर हो गयी।

होटल में गर्लफ्रेंड की बुर की चुदाई (Bur Chudai)

बुर पर टैटू वाली लड़की शिल्पा के चुत का भोसड़ा बनाया - desi bur chudai

पर इस बार विशालने फैसला किया कि लड़की पटनी है तो पटे पर कोई महंगा गिफ्ट नही देगा। बात बन गयी और शिल्पा उसकी गर्लफ्रेंड बन गयी। हम कॉल सेंटर वालों को 5 दिन काम करना पडता था। 2 दिन का ऑफ़ मिलता था।

जिसे हम लोग ज्यादातर सोने में बिताते थे। विशाल ने जब शिल्पा की चूत ली तो बन्दे ने मुझे चिकेन खिलाया, बिअर पिलाई। इस तरह 1 साल गुजर गया। इस 1 साल में विशाल ने शिल्पा की सैकड़ों बार चूत ली।

खूब जमकर रंडियों की तरह चोदा साली को। बदकिस्मती से जिस लड़की को मैंने पटाया था वो नौकरी छोड़ गयी। लड़की भी गयी और उसकी चूत भी। मैं परेशान दिखने लगा।

खाने पीने हर चीज का सुख था दोंस्तों बस 2 इंच का गड्ढा नही मिल रहा था। ऐसे में एक दिन मैंने अपने जिगरी दोस्त विशाल से कह दिया। यार बड़े दिन हो गए है। तू तो जानता ही है कि मेरी माल मोना नौकरी छोड़ गयी।

यार कहीं चूत मिलती तो जिंदगी का मज़ा आता! मैंने विशाल से कहा ठीक है, मैं तेरे लिए बात करूँगा!! विशाल बोला। एक हफ्ते बाद उसका फ़ोन आया। उसकी मॉल शिल्पा मुजसे चुदने को तैयार थी।

मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नही था। शिल्पा जैसी माल रोज रोज किसे मिलती है! मैंने कहा। मुझे आज भी अच्छी तरह याद मैं उस हफ्ते हम सबसे गाड़ फाडू काम किया था।

अमेरिका के कंप्यूटर्स में कोई टेक्निकल खराबी आ गयी थी, इसलिये हर अमेरिकन हम इंडियंस को ही फोन कर रहे थे। हम उनकी एक्सेंट में ही उनसे बात करते थे। रोज की हम सभी 250, 300 काल लेते थे।

शिल्पा को चोदने का प्लान शनिवार की रात को बना था। मैं और विशाल शिल्पा को उसी के फ्लैट में चोदेंगे, यही प्लान बना था, पर ठीक उल्टा हो गया। जादा काल की वजह से हम तीनों दोंस्तों को शनिवार की सुबह तक काम करना पड़ा।

उसके बाद हमारी कैब हम सबको अपने अपने घरों पर छोड़ गयी। इस तरह दोंस्तों पूरा शनिवार निकल गया। संडे की सुबह को ही हम रेडी हो पाए। मैंने अपनी बुलेट निकाली और विशालको लेकर शिल्पा के गुड़गांव वाले फ्लैट पर चला गया।

मुझे ये भी लगता है कि काल सेंटर वालों पर बड़ा प्रेसर रहता है इसलिए हर लड़की लड़का चुदाई और शराब और सिगरेट का सहारा लेता है। दोस्तों कैसा लग रहा है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे कहानी पढ़के?

मैं अपने साथ बिअर का पूरा कंटेनर ले गया। कुछ बोतले व्हिस्की की कुछ रम भी रख ली। गुडगाँव की सबसे बढ़िया बात है कि कहीं भी किसी भी फ्लोर पर जाओ कोई रोक टोक नही। हम तीनों से पेग बनाये और गटागट गले से नीचे उतारे।

शिल्पा को देखते ही मेरा असलहा खड़ा हो गया। शिल्पा!! मीट माय फ्रेंड राहुल !! विशालने मेरा इंट्रो करवाया इसकी गिर्लफ्रेंड वो मोना थी, नौकरी छोड़ कर चली गयी!! इसलिए तुझे ही इसको चिल करना पड़ेगा!! विशालबोला। शिल्पा मेरे पास आ गयी।

उसने मेरी जीन्स के ऊपर से ही मेरे लण्ड को छु के देखना चाहा फक में रियली हार्ड राहुल !! शिल्पा ने मुझसे कहा।हमारी चुदाई शूरु हो गयी। आज कितने दिन बाद हम तीनों को ऑफ़ मिला था।

लग रहा था हम सब एक महीने से लगातार काम कर रहे थे। सच दोंस्तों, गुडगाँव, दिल्ली में तो वक़्त का पता ही नही चलता। शिल्पा फर्श पर अपने घुटने पर बैठ गयी। किसी हाई प्रोफाइल बिच की तरह मेरी जीन्स की बटन खोंलने लगी।

मुझे भी मजा आ रहा था। फिर उसने मेरा बड़ा सा मोम्बत्ता सा लण्ड निकाल लिया। और चूसने लगी। कभी मैं शिल्पा जैसी मस्त लड़की को लूंगा कभी नही सोचा था। सच में दोंस्तों, मैं विशाल जैसे दोस्त को पाकर धन्य हो गया था।

कौन अपनी गर्लफ्रेण्ड अपने दोस्त को खाने को दे देता है। शिल्पा का फिगर बड़ा सेक्सी था। मैंने भी कहकर उसके कपड़े निकलवा दिए। भरी भरी नँगी छातियों को देखकर लगा कहीं मैं इसे चोदने से पहले कहीं आउट ना हो जाऊ।

बड़ा कंट्रोल किया मैंने खुद को। उसकी छातियां कसी और नुकीली थी। मुझपर बिजली गिरा रही थी। शिल्पा नँगी थी, मैं सोचने लगा की अगर लड़कियां नँगी इतनी सुंदर लगती है तो क्यों बेकार में हम उनको कपड़े पहनने को कहते है।

उन्हें क्यों नही इस तरह नन्गा ही रहने देते। आपको बता दूँ की भले ही शिल्पा महीने के 30 हजार कमाती थी पर ब्यूटी पार्लर में ही 10 15 हजार महीना उड़ा देती थी। बंदी बड़ी टिप टॉप रहती थी।

हर हफ्ते फेसिअल, मसाज, और बालों में ना जाने क्या क्या ट्रीटमेंट करवाती थी। इसलिए इस लड़की को चोदना मेरे लिए खास बात थी। शिल्पा ने अपनी चूत के ठीक ऊपर एक तितली बनवायी थी |

जबकि पीछे दोनों बम के बीचों बीच एक खरगोश बनवाया था। टैटू बनवाते समय उसे काफी खून भी निकला था। मैं सोचने लगा की चलो एक मॉडर्न टैटू वाली लौण्डिया को भी चोदने को मिल जायेगा।

शिल्पा का गोल दुधिया चेहरा और उस पर मेरा कश्मीरी बड़ा सा लण्ड सोने पर सुहागा लग रहा था। जब वो मजे से मेरा सामान चूसने लगी तो मैं भी खुल गया। इसी समय विशालसे साउंड पर ढिशूम के गाने लगा दिए।

अब तो मुझे ढिसुम ढिसुम करके शिल्पा को चोदना पड़ेगा। मैंने सोचा। शिल्पा मेरे लण्ड को हाथ में लेती, ये लम्बा खीरे जैसा लण्ड पाकर वो भी खिल गयी थी। दोनों हाथों से मेरे खीरे जैसे लण्ड को फेट रही थी।

खुद ही अपने चेहरे पर प्यार भरी थपकी लण्ड से देती थी तो बड़ा मजा आता था।फिर मुँह भर भरके चूसती थी। मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड लण्ड चुसने में इतनी एक्सपर्ट नही थी। पर ये मोडर्न ख़यालात वाली लड़की शिल्पा तो बड़ी आगे है|

इसमें मैंने सोचा। मैंने उसके लंबे काले बालों से खेलने लगे, बालों को ऊँगली में लेकर गोल गोल घुमाने लगा। सच में फ्रेंड्स कभी कभी सोचता हूँ की अगर लड़कियां हमारी जिंदगी में ना होती तो क्या होता।

साले की बीवी की चुदाई – Hindi Sex Story

बुर पर टैटू वाली लड़की शिल्पा के चुत का भोसड़ा बनाया - desi bur chudai

क्या हम लड़के अपनी छुट्टी वाले दिन खुलकर एन्जॉय कर पाते। गॉड ने लड़कियाँ बनाकर सबसे अच्छा काम किया है। मैंने जाना। शिल्पा का मक्खन जैसा चिकना बदन। मेन्टेन फिगर।

मैं सोचने लगा कि मेरा दोस्त विशालकितना लकी है। कितनी मस्त लौण्डिया पटी है जो खूब खुल कर पेलवाती है। कितने आधुनिक खयालों की लड़की है। शिल्पा मेरे लण्ड को फेट फेट कर चूस रही थी।

मैं उसके बालों को घुमा घुमाकर खेल रहा था। जबकि विशाललैपटॉप लेकर बैठ गया था। आ ना भाई!! तू भी आ! ऐसे अकेले अकेले मजा नही आ रहा! मैंने विशालसे कहा वो भी कपड़े उतार कर आ गया।

शिल्पा ने मेरे लण्ड को पीना छोड़ दिया। अब उसके लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। जबकि उसका एक हाथ मेरे ही लण्ड पर था। यही तो खूबी होती है एक होशियार लड़की की जो एक समय में 2 ,3 लँडों से एक साथ खेले। मैंने विचार किया।

शिल्पा किसी हाई प्रोफाइल काल गर्ल की तरह विशालका लण्ड चूसती, फिर छोड़ती, मेरा लण्ड अपने मुँह में लेती, चूसती, फाई विशालका लेती। मजा आ गया दोंस्तों, मैं सोचने लगा जब केवल लण्ड चुस्वाने में इतना मजा आया है |

तो इस हाइ प्रोफाइल लड़की को चोदने में कितना आनंद आएगा। हम दोनों ने एक मैट्रेस खीच ली, शिल्पा को उसी पर लिटा दिया। देखा हल्की हल्की आधी इंची झांटे थी।

देख राहुल ! ये बुर पर उड़ती हुई तितली शिल्पा ने पिछले क्रिसम्स में कनॉट प्लेस से बनवायी था! विशालने मुझे टैटू दिखाया। बॉप रे!! कितना सूंदर है!! मैंने प्रतिक्रिया दी
फ्रेंड्स लग रहा था तितली जिन्दा है, बस अभी उड़ जाएगी।

मैं सोचने लगा की अब जमाना कितना मॉडर्न हो गया है। बिना टैटू के तो कोई दिखता ही नही है। टैटू आर्टिस्ट ने शिल्पा को पूरा नन्गा करके उसकी बुर के ऊपर टैटू बनाया था, सायद फ़ीस कम कर दी थी जब शिल्पा ने उसे खुद को चोदने दिया था।

कितना किस्मत वाला था वो टैटू आर्टिस्ट! इतनी मस्त लौण्डिया को चोदने को मिला उसे। मैंने सोचा। भाई, इसका टैटू साफ साफ नही दिख रहा है। मुझे इसकी झांटे बनाने का मौका दो! मैंने विशालसे कहा।

शिल्पा हँस पड़ी। उसने अपनी शेविंग किट लाकर दी। मैंने अपने हाथों से उसकी झांटे बनाने का सुख लिया। बड़े प्यार ने उसके भोंसड़े पर शेवर चलाया। अब वो तितली जादा जीवंत हो उठी। बिलकुल नयी।

लगा कहीं उड़ ना जाए। भाई!! शिल्पा को साथ में लेते है!! बोल क्या प्लान है! मैंने ललचाते हुए अपने भाई विशालसे कहा ठीक है!! ठीक है!! जैसा तू कहे! विशालबोला।

शिल्पा को हम दोनों दोंस्तों ने मैट्रेस पर लिटा दिया। विशालउसके सिरहाने चला गया। उसने शिल्पा के मुँह में लण्ड दे दिया। शिल्पा मजे से चूसने लगी। जब मैं उसकी तितिली को छू कर देखने लगा।

उसे चूमने चाटने लगा। धीरे धीरे हम तीनों लय में आने लगे। शिल्पा किसी होशियार हाई प्रोफाइल काल गर्ल की तरह अपने मुँह से विशालका लण्ड चूसने लगी। शेव करने के बाद उसकी चूत बड़ी गोरी सफ़ेद निकल आयी।

वही मैंने उसके साफ सफाचट भोंसड़े को पिया और उसमें लण्ड डाल दिया। मैं भी उसको चोदने लगा। शिल्पा ने दोनों पैर पूरे खोल दिए। एक तरह जहाँ मुझसे चुदवा रही थी, वहीँ दूसरी ओर अपने मुँह से विशालके लण्ड चूस रही थी।

मैं सोचने लगा की चाहे कोई लौण्डिया कितनी पढ़ी लिखी ना हो, चाहे कितनी भी मॉडर्न क्यों ना हो पर रात आने पर एक लड़के की टांग के नीचे आ ही जाती है और खूब चुदवाती है।

बिना लड़कों के लड़कियाँ आखिर किस्से पेलवाती। क्या बैगन मूली से ही काम चलाती। आखिर कौन इनको ठोकता, कौन इनका भोसड़ा फाड़ता। शिल्पा को इस तरह दो दो लण्ड की सेवा लेते मैंने सोचा की जितनी गर्ज हम लड़कों की होती है, ठीक उतनी गर्ज इन लड़कियों की भी होती है।

मैंने रफ्तार पकड़ी, शिल्पा को कस कस के हौकने लगा। बड़ा गुद्देदार भोसड़ा था दोंस्तों। मैं चोदते चोदते तितिली पर हाथ सहलाता था। मैंने आँखे बन्द करके शिल्पा को हौकने लगा। काफी देर तक उसे हौका।

फिर मैंने उसे पेलते पेलते ही अपनी उँगलियों से उसकी गुझिया खोल दी और चोदता रहा। आह बड़ी नशीली रगड़ थी। जब मैंने रफ्तार पकड़ ली और जल्दी जल्दी शिल्पा को चोदने लगा तो उधर विशालभी जल्दी जल्दी शिल्पा के मुँह को चोदने लगा।

हम दोनों का यही प्रयास था कि उसे जादा से ज्यादा एक ही समय में लिया जाए। इसको ही तो थ्रीसम कहते है। फ्रेंड्स जब हम दोनों दोंस्तों ने रफ्तार पकड़ी और जल्दी जल्दी शिल्पा को दो तरफ से चोदने लगे तो|

उसकी दुधिया छातियां भी जल्दी जल्दी ऊपर नीचे उछलने लगी। लगा की उसके चूत के समुंदर में ज्वार भाटा आ गया हो। उसकी छतियों को इस तरह ऊपर नीचे हिलना उछलना तो बड़ा कातिलाना था।

मेरा मजबूर लण्ड उसकी मजबूत चूत को अच्छे से भांज रहा था, अच्छे से मथ और चोद रहा था। मैंने शिल्पा को काफी देर तक लिया। अब विशालकी बारी थी। विशालने उसे उठा दिया।

उसकी कंप्यूटर चेयर को ले आया। इस चेयर की खास बात थी की जिधर मन करे घुमा लो। विशालने शिल्पा को कंप्यूटर चेयर पर बैठा दिया। उसके पैर खोले। शिल्पा का भोसड़ा बिलकुल विशालके लण्ड के आगे था।

इस तरह विशालबड़ी कम जगह में मात्र एक कंप्यूटर चेयर पर शिल्पा को चोदने लगा। बीच बीच में हम खेल करते हुए चेयर को गोल घुमा देते। चेयर पर बैठी नँगी शिल्पा एक राउंड घूम कर फिर हम लोगो के सामने आ जाती।

चेयर में नीचे पहिए लगे थे, जिधर दिल करे घुमा लो। विशालफिर से शिल्पा को लेने लगा। फिर हो हटा तो मैं शिल्पा को हौकने लगा। बिच एक साथ दो दो कॉक का मजा ले रही थी।

बूढ़े ने हाईवे पर किया मेरा बुरफाड़ सम्मलेन- Desi Bur Chudai

बुर पर टैटू वाली लड़की शिल्पा के चुत का भोसड़ा बनाया - desi bur chudai

कभी सोचा नही था कि एक छोटी सी कुर्सी पर किसी लड़की को बैठाके चोदा भी जा सकता है। कुर्सी पर शिल्पा का भोसड़ा बिलकुल खुल कर उभर आया था। खूब गहरी मार कर रहा था मैं। लग रहा था मेरा लण्ड नही कोई मशीन है।

मैंने बिच को चोद चोदकर उसके बुर का आटा घूंथ दिया था। मैं थोड़ा वाइल्ड हो गया तो जोर जोर से शिल्पा बिच के मम्मो को हथेली से चांटे मारने लगा। उसने कुछ नही कहा। मैं काफी जोर जोर से शिल्पा की छातियों को चांटा मार रहा था|

दोनों मम्मे लाल हो गये। शिल्पा के गाल पर भी मैंने कई छप्पड़ लगा दिए और वहशियों की तरह उसे कूटता रहा। फिर बड़ी देर बाद मैंने लण्ड निकाला और उसकी बुर पर ही अपना माल छोड़ दिया।

अब विशालमोर्चे पर आ गया। इस तरह बड़ी ही कम जगह में शिल्पा को लेना खास अनुभव था। विशालने गोल गोल घूमने वाली कंप्यूटर चेयर पर ही शिल्पा को बड़े जुगाड़ से कुतिया बनाया और उसकी गाण्ड मारने लगा।

मैं चेयर के दूसरी ओर चला गया जहाँ शिल्पा का मुँह था। मैंने अपना एक बार झड़ झुका लण्ड उसके मुँह में दे दिया। वो चूसने लगी। विशालबिच की गाण्ड मजे से मारने लगा।

दोंस्तों, उस सन्डे यही खेल चला। कंप्यूटर चेयर पर ही शिल्पा को बैठाके और गोल गोल घुमाके हम दोनों जिगरी दोंस्तों ने उसकी चूत और गाण्ड मारी। हम दोनों ने उसके मुंह को भी ख़ूब चोदा।

बस यही खेल उस रविवार को पूरे दिन चला। चुदाई हो जाने पर हम तीनों से बियर और व्हिस्की पी और चील मारा। आप लोगो को कहानी कैसी लगी कमैंट्स में जरूर बतया |

और कहानियाँ पढ़ें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *